हिन्दुओं के असुरक्षित मंदिर !
धर्मशिक्षा के अभाव में हिन्दुओं के मंदिरों में भ्रष्टाचार होते हैं ! इसे रोकने के लिए सब मंदिरों में भक्त पुजारी एवं न्यासियों की नियुक्ति होना आवश्यक ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात
सोलापुर (महाराष्ट्र) : केवल चार वर्षों में २५० तोले ( ढाई किलो) सोना लापता होने एवं वर्ष १९६० से मंदिर की दानपेटी की राशि का हिसाब न होने की बात स्पष्ट हो गई है। यहां के श्री यमाईदेवी देवस्थान ट्रस्ट में करोडो रुपयों के घोटाले की जांच का ब्यौरा तीन माह पूर्व धर्मादाय आयुक्त को दिया गया है; परंतु इस प्रकरण में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है !
ट्रस्ट ने धर्मादाय आयुक्त के पास यहां के श्री यमाई मंदिर में न्यास ने अपहार करने का परिवाद प्रविष्ट किया था। परिवाद में कहा था कि ८० तोले सोने के साथ अन्य मूल्यवान वस्तुएं भी लापता हुर्इं हैं।
जांच में न्यास की चार वर्षों की प्रविष्टियों की जांच की गई। १९६० से दानपेटी की राशि का हिसाब न होने से शेष अवधि का हिसाब किया, तो यह राशि करोडो के आगे जाएगी। ब्यौरा न्यायप्रविष्ट है ऐसा बताते हुए संबंधित अधिकारियों ने अधिक जानकारी देना अस्वीकार किया। पता चला कि वर्तमान में जो न्यास है, उसे भंग कर नया न्यास सिद्ध करने की सिफारिश भी ब्यौरे में की गई है। इसमें गांव के सब घटकों को प्रतिनिधित्व देने की सूचना भी की गई है।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात