कोल्हापूर में श्री गणेश चतुर्थी के दिन शोभायात्रा में डॉल्बी लगाने का प्रकरण
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२ घंटे तक शोभायात्रा रोकी
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पुलिसद्वारा सौम्य लाठीचार्ज
सर्वोच्च न्यायालय ने ध्वनीप्रदूषण के विषयमें दिन में ५ बार अजान देनेवाले मस्जिदों के भोंपुआें के विरोध में कारवार्इ करने का आदेश दिया है। इसकी जानकारी पुलिस को भी है । हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने कर्इ बार निवेदन प्रस्तुत करने के पश्चात भी पुलिस कानून एवं सुव्यवस्था के नामपर मस्जिदोंपर लगे अवैध भोंपूआें के विरोध में कुछ भी कारवार्इ नहीं करती किंतु केवल गणेशोत्सव मंडलों पर कारवार्इ कर हिन्दुआेंपर अन्याय करती है, यह ध्यान में लें !
कोल्हापूर – गणेशोत्सव मंडल डॉल्बी न लगाए, एेसा पुलिसद्वारा कर्इबार बताने के बाद भी २५ अगस्त को श्री गणेशचतुर्थी के दिन राजारामपुरी में ३ गणेशोत्सव मंडलों ने डॉल्बी लगाकर गणेशजी की शोभायात्रा निकाली । पुलिसने यह शोभायात्रा रोकी, इसके कारण शोभायात्रा २ घंटे तक आगे नहीं बढ सकी । शिवसेना नेता श्री. राजेश क्षीरसागर एवं सतेज पाटील ने मध्यस्थी करने का प्रयास किया; किंतु गणेशोत्सव मंडल डॉल्बी लगाने की भूमिका पर अडे रहा आैर पुलिस डॉल्बी न लगाने पर अडी रही ।
रात १२ बजे के बाद मार्गपर रूके हुए मंडलों के कार्यकर्ताआें पर पुलिसने हलका लाठीचार्ज कर उन्हें खदेडा । उस कारण गणेशोत्सव मंडल के कार्यकर्ते क्रोधित हुए । राजारामुपरी में १ दिन तनाव का वातावरण था, साथ ही डॉल्बी लगाने के प्रकरण में राजारामपुरी पुलिसने २६ अगस्त को ३ सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों के पदाधिकारीयों के साथ २९ गणेशभक्तों के विरोध में अपराध प्रविष्ट किया है । (धर्मशास्त्र के अनुसार पारंपरिक वाद्य बजाकर श्री गणेशजी का नामजप करते हुए शोभायात्रा निकालना योग्य है । शास्त्र के विरोध में डॉल्बी जैसे ध्वनीप्रदूषण करनेवाले उपकरण बजाकर शाेभायात्रा निकालने से अन्यों को कष्ट होता है । आदर्श पद्धती से भक्तिभावपूर्वक शोभायात्रा निकाली गर्इ तो हम श्री गणेशजी की कृपा संपादन कर सकते है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात