हिन्दू जनजागृति समिति का ‘शौर्य जागरण अभियान’ !
पुणे / पिंपरी चिंचवड : गणेशोत्सव के उपलक्ष्य में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से गणेशोत्सव मंडलों और अन्य स्थानोंपर ‘शौर्य जागरण अभियान’ चलाया जा रहा है। इस अभियान का गणेशोत्सव मंडल, साथ ही समाज में निहित युवक-युवतियों से बहुत अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हो रहा है ! इस अभियान के कारण अनेक स्थानों से स्वसंरक्षण प्रशिक्षणवर्गों की मांग की जा रही है। हिन्दुओं के शौर्य को आवाहन करनेवाले इस अभियान के माध्यम से ‘हिन्दू तेज, अब जाग जाओ’ का आवाहन किया जा रहा है।
क्या है ‘शौर्य जागरण अभियान’ ?
आज समाज अत्यंत असुरक्षित बन गया है। विभिन्न स्थानोंपर बलात्कार, दंगे, आतंकवादी आक्रमण जैसी अनेक अप्रिय घटनाएं हो रही हैं। ऐसी अप्रिय घटना होते समय अन्य किसीपर भी निर्भर न रहते हुए स्वयं को ही अपनी रक्षा करना संभव हो; इसके लिए हर व्यक्ति को स्वयं प्रशिक्षित होना आवश्यक है। इस प्रशिक्षण के कारण केवल शारीरिक बल ही नहीं, अपितु मानसिक बल भी जागृत होने से व्यक्ति स्वसंरक्षण के लिए अधिक सक्षम बनती है। इस अभियान में एक नाटिका के माध्यम से समाज में स्थित दुःस्थिति के कारण किसी घटना होनेपर सर्वसामान्य मनुष्य की स्थिति किस प्रकार से होती है तथा जब उसमें व्याप्त शौर्य जागृत होनेपर उस व्यक्ति में किस प्रकार का परिवर्तन आता है तथा किसी अप्रिय घटना का कैसे सामना करना चाहिए, इसे दिखाया गया है !
सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति ही समाजनिर्माण का कार्य बड़ी लगन के साथ करते हैं ! – श्री. मुकुंद चव्हाण
कसबा पेठ में स्थित अवधुत गणेशोत्सव मंडल में पथनाटिका दर्शाई गई। इस अवसर पर ५० से भी अधिक युवकों ने इस पथनाटिका को देखा। उसके पश्चात मंडल के श्री. मुकुंद चव्हाण ने कहा, ‘‘केवल सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति ही देश एवं समाज निर्माण का कार्य बड़ी लगन के साथ कर रहे हैं। मैं हमारे मंडल के परिसर में स्थित युवक-युवतियों के लिए मैं स्वयं प्रशिक्षणवर्ग का नियोजन करूंगा !’’
इसके साथ ही समिति की ओर से गणेशोत्सव के पश्चात हिन्दुत्वनिष्ठों को साधना एवं हिन्दुत्व के कार्य की दिशा मिले; इसके लिए प्रवचनों का भी आयोजन किया जानेवाला है !
‘शौर्य जागरण’ समिति का एक उत्कृष्ट अभियान ! – श्री. अमोल ढेकणे
श्री. अमोल ढेकणे आजाद मित्रमंडल में एक सजीव प्रसंग प्रस्तुत करनेवाले थे। उसके पहले उन्होंने समितिद्वारा प्रस्तुत की गई पथनाटिका को देखा और अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘आपकेद्वारा प्रस्तुत की गई पथनाटिका बहुत अच्छी थी। समितिद्वारा चलाया जानेवाला यह अभियान उत्कृष्ट है !’’ उन्होंने समिति की ओर से आयोजित स्वसंरक्षण प्रशिक्षणवर्ग में आने की बात भी कही।
वैशिष्ट्यपूर्ण
१. मुळानगर मित्रमंडल, पुरानी सांगवी में दर्शाई गई पथनाटिका २०० लोगों ने देखी। उसके पश्चात प्रशिक्षण की गंभीरता को ध्यान में लेकर १५ लोगों ने उत्स्फूर्तता से उस क्षेत्र में स्वसंरक्षण प्रशिक्षणवर्ग की मांग की। इसके साथ ही कुछ लोगों ने पुरानी सांगवी क्षेत्र में चलाए जानेवाले धर्मशिक्षावर्ग में आने की सिद्धता भी दर्शाई !
२. प्राधिकरण क्षेत्र में स्थित सिटी मॉल व्यापारी गणेशोत्सव मंडल में पथनाटिका दर्शाई गई। उस समय चाकण एवं आळंदी क्षेत्र से मॉल में आए हए कुछ ग्राहकों ने अपनी सोसाईटी में भी पथनाटिका को दर्शाने का अनुरोध किया।
३. शुक्रवार पेठ के सेवा मित्रमंडल में पथनाटिका दर्शाते समय वर्षा हो रही थी; परंतु १२ लोग उस वर्षा में भी खडे हो कर पथनाटिका देख रहे थे। वहां पर महिलाओंद्वारा भी अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हुआ।
४. २७ एवं २८ अगस्त को ६ स्थानोंपर पथनाटिका दिखाई गई।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात