सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संघटनों की ओर से महापालिका आयुक्त को ज्ञापन
सांगली : श्री गणेशमूर्ति के कारण प्रदूषण न होते हुए भी डॉल्फिन नेचर क्लब एवं रोटरॅक्ट क्लब ऑफ कृष्णा वॅली के संयुक्त तत्वावधान में कृष्णा नदी के घाट पर हिंदुधर्मविरोधी गणेशमूर्ति दान अभियान चलाया गया। दान लिए इन मूर्तियों को क्रमांक दिए गए हैं तथा भक्तों को ये मूर्तियां अगले वर्ष वापस दी जाएगी। अध्यात्मशास्त्र के अनुसार श्री गणेशमूर्ति का बहते पानी में विसर्जन होना ही चाहिए ! इस प्रकार से दान में मूर्ति लेकर अगले वर्ष देना पूर्णत: हिन्दू धर्मशास्त्र के विरोध में है !
इसलिए सांगली महापालिका को गणेशोत्सव में मूर्तिदान समान अशास्त्रीय संकल्पना कार्यान्वित कर हिन्दुओं की धार्मिक परंपराओं में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। इस मांग को लेकर सांगली, मिरज एवं कुपवाड के महापालिका आयुक्त को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। यह ज्ञापन प्रभाग क्रमांक १ के अधिकारी श्री. एस.व्ही. पाटिल ने स्वीकार किया।
इस ज्ञापन में आगे कहा गया है कि, कृष्णा नदी में पूरा वर्ष कोई प्रक्रिया किए बिना गंदा पानी मिलाया जाता है। उसी प्रकार महापालिका के शेरीनाले का पानी नदी में ही छोड़ा जाता है। नदी के किनारे पर वस्त्र एवं पालतू जानवर धोए जाते हैं। कृष्णा नदी में कुछ चीनी के कारखानों का पानी भी जाकर मिलता है। इसलिए कृष्णा नदी कई गुना प्रदुषित होती है। ऐसी स्थिति में भी उपरोक्त संघटन ने इस नदी में होनेवाले प्रदुषण के संदर्भ में कभी आवाज उठाया है ऐसा नहीं दिखाई देता ! अतः सांगली महापालिका को गणेशोत्सव में मूर्तिदान समान धर्मविरोधी एवं अशास्त्रीय संकल्पनाओं को कार्यान्वित नहीं करना चाहिए तथा हिन्दुओं की धार्मिक परंपराओं में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए !
इस अवसर पर परिवहन सेना के जिलाध्यक्ष श्री. धर्मेंद्र (आबा) कोळी, श्रीशिवप्रतिष्ठान के श्री. सचिन पवार तथा हिन्दू जनजागृति समिति के सर्वश्री रेठरेकर एवं देसाई आदि उपस्थित थे। माळी समाज के न्यासी श्री. श्रीकृष्ण माळी तथा गोरक्षा समिति के श्री. सचिन पवार ने सूचित किया कि उनका इस ज्ञापन को समर्थन है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात