ताजिकिस्तान : मध्य एशियाई देश ताजिकिस्तान में नया कानून लागू किया गया है, जिसके अंतर्गत लोगों को पारंपरिक पोशाक पहनकर राष्ट्रीय संस्कृति के लिए बाध्य बनाने के लिए इस्लामी पोशाक पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ताजिकिस्तान मे अधिकांश महिलाए हिजाब या बुर्का नहीं पहनती है, बल्कि सिर के पिछले हिस्से पर स्कार्फ बांधती है, जब कि स्कार्फ सिर से गले तक बांधा जाता है और बुर्के मे आंखो के अलावा पूरा चेहरा छिपा दिया जाता है।
मुस्लिम बहुसंख्यक देश होने के बावजूद, ताजिकिस्तान के संस्कृतिक मंत्री शमसुद्दीन ने रेडियो फ्री यूरोप से बात करते हुए इस्लामी कपड़ो को बहुत खतरनाक बताया। संस्कृतिक मंत्री ने कहा कि, हिजाब पहनी हुई महिला को हर कोई संदेह से देखता है और सोचता है कि, उन्होने कही कोई चीज तो हिजाब में छिपा नहीं रखी है, जबकि ताजिक सरकार का कहना है कि, इस्लामिक हिजाब विदेशी संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है।
देश के मौजूदा कानूनों के अनुसार, हिजाब पर सरकारी कार्यालयों को पहले से ही प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, अगस्त की शुरुआत में, राजधानी दुशान्बे में अधिकारीयो ने ८८०० हिजाब पहने महिलाओं को पकड़ा और उनका हिजाब उतार दिया पीछे से सिर पर स्कार्फ पहनने के निर्देश दिए गए थे हालांकि नए कानून में हिजाब पहनने का कोई प्रस्ताव नहीं है, हालांकि, कुछ लोग कहते हैं कि बाद में दंडित किया जाएगा।
संदर्भ : हिंद खबर