ढाका : बांग्लादेश की राजधानी ढाका में दो सरकारी सूत्रों के अनुसार, पिछले तीन दिनों से बांग्लादेश सीमा पर म्यांमार की ओर से बारुदी सुरंग बिछाने का काम चल रहा है। सूत्रों का कहना है कि, इसके पीछे रोहिंग्या मुसलमानों की घुसपैठ को रोकने का उद्देश्य है !
जान बचाकर भागे बांग्लादेश
म्यांमार के राखिने में हाल के हिंसा में करीब ४०० लोग मारे गए और करीब १२५,००० रोहिंग्या जान बचाकर पड़ोसी देश बांग्लादेश चले गए। सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया, ‘वे सीमा पर बाड़ों के करीब अपने क्षेत्र में बारूदी सुरंग बिछा रहे हैं !’
इंफार्मर के जरिए बांग्लादेश को मिली जानकारी
हालात से अवगत सूत्रों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि, बांग्लादेश की ओर से बुधवार को सीमा के करीब बारुदी सुरंग बिछाने के खिलाफ औपचारिक रूप से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। दोनों सूत्रों ने बताया, बांग्लादेश को बारुदी सुरंगों का पता फोटोग्राफिक सबूतों व खबरी (इंफॉर्मर) से पता चला। एक सूत्र ने बताया, ‘हमारी सेना ने बाड़ के करीब तीन चार ग्रुप को काम करते देखा कि वे जमीन पर कुछ रख रहे थे। इसके बाद हमने इस बात की पुष्टि अपने इंफॉर्मरों से की कि वे वहां बारुदी सुरंग बिछा रहे थे !’
पिछले तीन दिनों से बिछाया जा रहा लैंडमाइन
बांग्लादेश सीमा पर गार्ड अधिकारी मंजुरुल हसन खान ने रायटर्स को बताया कि मंगलवार को म्यांमार की ओर विस्फोट की दो आवाजें सुनी गयी जिसके बाद यह बात प्रकाश में आयी कि म्यांमार के सुरक्षा बलोंद्वारा सीमा पर बारुदी सुरंग बिछाया जा रहा है। सोमवार को इसी तरह की विस्फोटों ने पहले ही इस बात की आशंका पर बल दिया था कि म्यांमार ने सीमावर्ती क्षेत्र में बारुदी सुरंग बिछा दिया है। खान ने बताया कि मंगलवार को सीमा पार करने से पहले ही विस्फोट के चपेट में एक लड़के ने अपना पैर गवां दिया जिसके बाद उसे इलाज के लिए बांग्लादेश लाया गया, वहीं दूसरे लड़के को मामूली जख्म आए हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह विस्फोट बारुदी सुरंग विस्फोट हो सकता है !
स्त्रोत : जागरण