रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर पूरे देश में चर्चा चल रही है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी म्यांमार दौरे के दौरान गुरुवार को ये मुद्दा उठाया । मगर, अब रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर इजरायल की बड़ी भूमिका सामने आई है ।
इजरायल ने म्यांमार को हथियार सप्लाई रोकने से इनकार कर दिया है । बताया जा रहा है कि, इजरायल म्यांमार को हथियार देकर रोहिंग्या मुसलमानों को वहां से भगाने में मदद कर रहा है ।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मानवाधिकार समूहों ने इजरायल से म्यांमार को हथियार सप्लाई करने पर रोक लगाने की मांग की थी । मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का मानना है कि, इजरायल से हथियार लेकर म्यांमार सेना रोहिंग्या मुसलमानों पर अन्याचार कर रही है ।
मानव अधिकार समूहों और बर्मा अधिकारियों ने कहा कि, इजरायल ने म्यांमार को बेचने वाले हथियारों में 100 से अधिक टैंक और हथियार दिए हैं । साथ ही सीमा पुलिस की मदद के लिए नौकाएं भी दी हैं ।
सैनिकों को ट्रेनिंग
केवल हथियार की सप्लाई तक इजरायल सीमित नहीं है । बल्कि वो म्यांमार की स्पेशल फोर्स के सैनिकों को ट्रेनिंग भी दे रहे हैं । ये ट्रेनिंग रखाइन क्षेत्र में दी जा रही है, जहां सबसे अधिक रोहिंग्या मुसलमान रहते हैं । यहीं पिछले कई दिनों से हिंसा फैली हुई है । इजरायल हथियारों की ये सप्लाई ऐसे समय में कर रहा है जब म्यांमार पर अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) ने हथियारों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है । ये प्रतिबंध अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत लगाया गया है ।
संदर्भ : आज तक