कृत्रिम कुंड में गणेशमूर्ति का धर्मशास्त्रविसंगत विसर्जन न करें, इस संदर्भ में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से बोरीवली में प्रबोधन
मुंबई : बोरीवली पूर्व के दत्तपाडा परिसर में महानगरपालिका के मनोरंजन मैदान में महापालिकाद्वारा गणेशमूर्ति का विसर्जन करने हेतु कृत्रिम कुंड का प्रबंध किया गया था। वहां से लगभग एक किलोमीटर दूरी पर संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में बहते पानी का प्राकृतिक स्त्रोत होते हुए भी पालिका ने शास्त्रविसगंत ऐसे कृत्रिम कुंड का प्रबंध कर जनता के धन का अकारण व्यय किया था। पालिका के इस धर्मविरोधी उपक्रम के संदर्भ में गणेशभक्तों में जागृति करने हेतु तथा विसर्जन के संदर्भ का शास्त्र भक्तों को अवगत हो, इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं ने यहां हाथों में फलक लेकर प्रबोधन किया। गणेशमूर्ति का बहते पानी में विसर्जन करने का शास्त्र बतानेवाले फलक कार्यकर्ताओं ने हाथों में लिए थे। उस समय प्रबोधन पर हस्तपत्रिकाओं का वितरण भी किया गया।
क्षणिकाएं
१. सायंकाल ५ से ८ इस कालावधी में कृत्रिम कुंड में केवल १२ मूर्तियों का विसर्जन हुआ !
२. स्थानीय नगरसेविका श्रीमती आसावरी पाटिल ने विषय सुनकर वर्तमान में गणेशोत्सव की कालावधी में बजाए जानेवाला कर्णकर्कश डिजे संगीत, बड़ी बड़ी मूर्तियों की प्रतिष्ठापना करना, इन अपप्रकारों के संदर्भ में अनास्था व्यक्त की !
३. उस समय पथ से मार्गक्रमण करनेवाले नागरिक कुछ समय रूक कर प्रबोधन पर फलक पढ रहे थे।
४. निजी स्तर पर गणपति विसर्जन करनेवाले दो गणेशभक्तों ने कहा कि, ‘अगले वर्ष हम बहते पानी में ही विसर्जन करेंगे !’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात