• चाहे भारत हो, अथवा बांग्लादेश, सभी जगह पुलिस केवल हिन्दुओं को ही प्रताडित करती है !
• जांच के लिए गए अधिवक्ता श्री. रवींद्र घोष को पुलिस अधीक्षकद्वारा हस्तक्षेप न करने की चेतावनी !
ढाका : बांग्लादेश में नरसिंगडी जिले के नरसिंगडी सदर पुलिस थाने में पुलिसद्वारा प्रीतम भौमिक एवं टिटन सहा को प्रताडित किया जा रहा था। इस प्रकरण में ‘बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉच’ के अध्यक्ष अधिवक्ता श्री. रविंद्र घोष एवं अन्य कुछ सदस्यों ने पुलिस थाने में जाकर इस संदर्भ में जांच करने का प्रयास किया। इसपर पुलिस अधीक्षक ने अधिवक्ता श्री. रवींद्र घोष को चेतावनी देते हुए कहा कि, बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉच पुलिस जांच में हस्तक्षेप न करे !
इस संदर्भ में विस्तृत समाचार यह है कि, ….
१. प्रीतम भौमिक की माता श्रीमती दिप्ती भौमिक की उनके निवास में भर दिन में कुछ अज्ञात घुसपैठियों ने हत्या की। इस अवसर पर प्रीतम भौमिक विद्यालय एवं उसके पिता काम से बाहर गए थे।
२. प्रीतम भौमिक दोपहर में घर आने पर उसे उसकी मां खून में लथपथ पडी दिखाई दी ! उसने चीख चिल्लाकर पडोसियों को एकत्रित किया। तत्पश्चात उसने नरसिंगडी सदर पुलिस थाने में परिवाद किया।
३. पुलिस ने घटनास्थल पर आकर प्रीतम भौमिक को ही जांच के लिए नियंत्रण में लिया। दिप्ती के हत्याप्रकरण में प्रीतम भौमिक को ही अपराधी सिद्ध करने का प्रयास आरंभ किया गया। पुलिस ने प्रीतम की पिटाई की। उसने ही हत्या की है यह स्वीकार करने हेतु पुलिस ने उसे कैद किया एवं उस पर अत्याचार किए !
४. दिप्ती भौमिक हत्याप्रकरण में कोई जांच किए बिना प्रीतम को ही जांच के लिए नियंत्रण में लिया गया। ‘बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉच’ ने इस घटना का निषेध किया है। अधिवक्ता श्री. रविंद्र घोष ने इस प्रकरण में अपराधियों को ढूंढ कर उनके विरोध में कार्रवाई करने की मांग की है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात