भारत में रोमन कैथोलिक ईसाइयों के सबसे बड़े संगठन कैथोलिक बिशप्स काउंसिल ऑफ इंडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत की है कि, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास नफरत फैला रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर उनसे इस मामले में दखल देने और नफरत को खत्म करने की अपील की है।
बता दें कि, एक महीने पहले झारखंड सरकार ने धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए १२ अगस्त को एक बिल पास किया था।
र्इसार्इयों का इतिहास देखा जाए तो कर्इ मिशनरीयोंद्वारा हिन्दुआेंका धर्मांतरण होते आ रहा है। र्इसार्इ गरीब हिन्दुआें का फायदा उठाकर उन्हें पैसा, घर, आदि का लालच देकर उनका धर्मांतरण करते है, यह बात सभी को ज्ञात ही है । यदि कोर्इ व्यक्ती स्वेच्छा से धर्म बदलें तो ठीक है, किंतु यहां जबरन धर्मांतरण करना यह कानून का उल्लंघन है । एेसी घटनाएं रोकने हेतु झारखण्ड सरकार ने धर्मांतरण विरोधी बिल पास किया था । इसका र्इसार्इयोंद्वारा विरोध करने का अर्थ स्पष्ट है कि, उनके धर्मांतरण के कार्य को लगाम लगेगा।
मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा नफरत फैलाने की बात करनेवाले कैथोलिक बिशप्स काउंसिल ऑफ इंडिया को क्या यह ज्ञात नहीं कि, रांची में कार्डिनल बिशप पी तेलेस्फोर टोप्पो ने हिन्दुआें के देवी-देवताआें पर अभद्र टिप्पणी की थी । क्या यह घटना नफरत फैलानेवाली नहीं है ?
हिंदू जागरण मंच द्वारा रांची के पादरी का पुतला जलाने की घटना हुर्इ है, जिसका भी र्इसार्इयों ने विरोध किया है । अब जनता ही बताएं, यदि कोर्इ हमारे श्रद्धास्थानों पर अभद्र टिप्पणी करें, तो क्या हम शांत रहेंगे ? उसका विरोध होना स्वाभाविक ही है ।
धर्मांतरण का विरोध करने के लिए आप क्या कर सकते है ?
१. अपने शहर / गांव में यदि कोर्इ मिशनरी संस्था हिन्दुआेंको लालच देकर उन्हें धर्म-परिवर्तन करने के लिए कह रही हो, तो उसकी शिकायत तुरंत पुलिस में करें !
२. अपने क्षेत्र में सभी को र्इसार्इयोंद्वारा हो रहे धर्मांतरण के विषयमें जागृत करें ।
३. साथ ही कोर्इ भी हिन्दू धर्मांतरण की बलि ना चढें, इसके लिए प्रत्येक हिन्दू धर्मशिक्षा लें । इस विषय में विस्तृत लेख आप यहां पढ सकते है आैर उसे अपने मित्र-परिवार को शेअर भी कर सकते है : www.HinduJagruti.org