माघ कृष्ण २, कलियुग वर्ष ५११४
दादर (मुंबई) में हिंदूद्वेषी कांग्रेस सरकारके विरोधमें हिंदुत्वनिष्ठ संगठन एकत्रित !
‘हिंदू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु संगठित होनेका आवाहन वर्ष २०१४ के चुनावमें कांग्रेसको सत्ताच्युत करनेकी चेतावनी !
मुंबई, २७ जनवरी (संवाददाता) – संपूर्ण विश्वमें हुडदंग मचानेवाले हरे आतंकवादके विषयमें कुछ भी न बोलनेवाले केंद्रीय गृहमंत्री सुशीलकुमार शिंदेने ‘भगवा आतंकवाद’ एवं ‘हिंदू आतंकवाद’, जैसे शब्दोंका उच्चारण कर देशके १०० करोड हिंदुओंका जानबूझकर अपमान किया है । उन्हींका पक्ष लेते हुए राज्यके गृहमंत्री रा.रा.पाटीलने पुनः एक बार केंद्रसे राष्ट्रप्रेमी हिंदुत्वनिष्ठ संगठनोंपर प्रतिबंध लगानेकी मांग की है । शनिवारको गणतंत्र दिवसके अवसरपर हिंदू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित निषेधफेरीमें ७०० से अधिक हिंदुओंने भगवे वस्र परिधान कर इसका तीव्र प्रत्युत्तर दिया । निषेधफेरीका आरंभ दादर पश्चिमके कबुतरखानेसे धर्मध्वजपूजनद्वारा हुआ । आगे फेरीका मार्गक्रमण शिवसेनाभवन, प्लाजा चलचित्रगृहसे होते हुए दादर पूर्व स्थानकके निकट ‘वन्दे मातरम्’ गीत गाकर फेरीका समापन हुआ । किसी राजनीतिक दलका एक भी बडा नेता एवं उनके कार्यकर्ता न होते हुए भी हिंदुत्वनिष्ठ संगठन एवं साधारण हिंदुओंके विशाल संगठन फेरीमें दिखाई दिए !
राजनेताओंने कितनी भी ‘बांग’ दी, फिर भी वे हिंदुओंको समाप्त नहीं कर सकते ! – प्रसाद वडके, हिंदू जनजागृति समिति
हिंदुओंने आजतक कभी आतंकवादी कृत्य नहीं किए हैं । १ सहस्र २०० वर्षोंतक मुगलोंने एवं डेढ सौ वर्षोंतक अंग्रेजोंने राज्य किया । दोनों समाप्त हो गए ; परंतु हिंदुओंको समाप्त नहीं कर सके, फिर ६३ वर्ष सत्तामें रहनेवाली कांग्रेस हिंदुओंको कैसे समाप्त करेगी ?
क्या राष्ट्रभक्ति करना पाप है ? – अभय वर्तक, प्रवक्ता, सनातन संस्था
आज हिंदुओंने उनकी निषेधफेरीके माध्यमसे अपनी तीव्र भावनाएं व्यक्त की हैं । भगतसिंग, स्वा. सावरकर, लोकमान्य तिलक, छत्रपती शिवाजी महाराजको सरकार आतंकवादी सिद्ध कर रही है । यदि ऐसा है, तो हम भी हिंदू आतंकवादी हैं । सत्ताधारी कांग्रेसके शासक करोडो रुपयोंका घोटाला करते हैं । यह पुण्यकर्म सिद्ध होता है; परंतु इस कांग्रेसके राज्यमें राष्ट्रभक्ति करना पाप सिद्ध किया जाता है । क्या इस देशमें राष्ट्रभक्ति करना पाप है ? राजनेताओंके दलाल बने कुछ पुलिस कर्मियोंद्वारा सनातनके साधकोंको बिना कारण कष्ट दिया जाता है । अतः ऐसा प्रश्न मनमें आता है कि ‘क्या राष्ट्रभक्ति करना पाप है ? । पुलिसकर्मी यह ध्यानमें रखें कि संकटके समय आपकी सहायताके लिए केवल हिंदू ही आएंगे । धर्मनिरपेक्ष सरकारद्वारा हिंदुओंपर दबावतंत्रका उपयोग किया गया; हमपर अन्याय किया गया; परंतु हम अब शांत नहीं रहेंगे । अन्यायका विरोध कर हम ‘हिंदू राष्ट्र’ स्थापित करेंगे ही ।
कांग्रेस ‘आयएसआय’ की दलाल ! – उपानंद ब्रह्मचारी, संपादक, हिंदू एक्झिस्टेन्स डॉट ऑर्ग (प्रसिद्ध हिंदुत्वनिष्ठ जालस्थान )
हिंदुओंकी शांतिको जानबूझकर ‘भगवे’ आतंकवादका स्वरूप देनेवाली कांग्रेस पाकिस्तानके ‘हरे’ आतंकवादका विरोध नहीं करती । जिन्होंने इतिहासकी रचना की, उन हिंदुओंको ही आतंकवादी सिद्ध कर रही है । कांग्रेस ही ‘आयएसआय’ की दलाली कर हिंदुओको समाप्त करनेका षडयंत्र कर रही है; परंतु यदि किसीने हिंदुओंको समाप्त करनेकी भाषा की, तो हिंदू उन्हें मिट्टीमें मिला देंगे । हिंदुओंकी यह फेरी केवल एक चिनगारी है । इस भगवे चिनगारीका दावानल संपूर्ण देशमें भडकेगा ।
…तो सुशीलकुमार शिंदेको नरकमें भी स्थान नहीं मिलेगा ! – दुर्गेश परूळकर, हिंदू महासभा
हिंदुत्वनिष्ठ संगठनोंको ‘भगवा आतंकवादी’ सिद्ध करनेवाले सुशीलकुमार शिंदे प्रथम आत्मपरीक्षण करें । भिवंडीमें पुलिसको जलानेवाले, ११ अगस्तको उपद्रव करनेवाले, अफजलखानवधका छायाचित्र लगानेका विरोध करनेवाले, ‘वन्दे मातरम’ का विरोध करनेवालोंका कौनसा रंग है, इसका उन्हें उत्तर देना चाहिए, हिंदुओंको आतंकवादी कहनेवाली कांग्रेस भविष्यमें होनेवाले चुनावमें सत्ताको भूल जाए । ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द उच्चारण करनेवाले शिंदेको नरकमें भी स्थान नहीं मिलेगा ।
हिंदुओंको कांग्रेसकी सत्ताको पलट देना चाहिए ! – ह.भ.प. बापू महाराज रावकर, राष्ट्रीय वारकरी सेना
हिंदू संगठनोंपर प्रतिबंध लगानेको उत्सुक सुशीलकुमार शिंदे भारतीय सैनिकोंका सिरच्छेद करनेवाले पाकिस्तानके सैनिकोंका सिरच्छेद करनेका साहस दिखाना चाहिए; परंतु यहां ये गृहमंत्री एवं कांग्रेस नपुंसक हो जाते हैं । इसीलिए वर्ष २०१४ के चुनावमें हिंदुओंको कांग्रेसकी सत्ताको गिराना ही होगा । दादरकी निषेधफेरी इसका ही आरंभ है । देहलीमें भगवा फहराए बिना हिंदू शांत नहीं बैठेंगे ।
यदि भगवेको छेडनेका प्रयास किया गया, तो कांग्रेस समाप्त होगी ! – राकेश हिंदुस्थानी, हिंदू महासभा
विश्वासघातसे भारतको दो टुकडोंमें बाटनेवाली कांग्रेस ही प्रथम आतंकवादी है । भगवेको छेडनेका प्रयास न करें, अन्यथा कांग्रेस समाप्त हो जाएगी ।
भारतके गृहमंत्री पाकिस्तानके दलाल ! – दिनेश कोंडिलकर, वज्रदल
अबतकका इतिहास देखनेपर पता चलता है कि जिस क्षेत्रमें हिंदू अल्पसंख्यक हुए वह क्षेत्र भारतसे अलग हुआ । इसमें अफगानिस्तान, पाकिस्तान, कश्मीर आदि क्षेत्रोंका समावेश है । आज भारतके गृहमंत्री इन्हीं हिंदुओंको ‘आतंकवादी’ सिद्ध कर हिंदुस्थानके और टुकडे करना चाहते हैं । इस प्रकार भारतके गृहमंत्री पाकिस्तानके दलालका कार्य कर रहे हैं ।
कांग्रेसी नेताओंने अति की, तो मिट्टीमें मिल जाएंगे ! – संतोष साबळे, हिंदू धर्माभिमानी
कांग्रेसी नेताओंने अति की, तो उन्हें नष्ट होना पडेगा । कांग्रेसके नेता आतंकवादियोंको ‘साहब’, ‘जी’ कहते हैं । यह कल किसी भी आतंकवादीको अपना ‘बाप’ बनाएंगे । क्या हिंदू संगठनोंको आतंकवादी सिद्ध करनेवाले केंद्रीय गृहमंत्री सुशीलकुमार शिंदे तथा राज्यके गृहमंत्री रा.रा. पाटीलको आजाद मैदानकी घटनामें महिला पुलिस कर्मियोंपर हुआ अत्याचार, कश्मीरकी आतंकवादी कार्यवाहियां तथा भिवंडीमें पुलिस को पत्थरसे कुचल कर आगमें जलानेकी घटनाएं आतंकवादी नहीं लगती ?
हिंदुओंकी निषेधफेरीसे सरकारको तमाचा! – प्रशांत बडे, हिंदू राष्ट्रसेना
धर्मरक्षाको अपराध सिद्ध कर सरकार हमें बंदी बनाना चाहती है, तो हम उसके लिए भी सिद्ध हैं । हम सदैव हिंदू जनजागृति समितिके समर्थनमें हैं । हिंदू संगठनोंपर लगाए जानेवाले प्रतिबंधके प्रस्तावके विरोधमें समितिद्वारा निकाली गई निषेधफेरी अर्थात सरकारको करारा तमाचा ही है ।
कांग्रेसका लंकादहन किए बिना हिंदू शांत नहीं बैठेंगे ! – मनोज खाड्ये, हिंदू जनजागृति समिति
हिंदुओंको आतंकवादी सिद्ध करनेके पीछे अंतर्राष्ट्रीय षडयंत्र है । हिंदुओंको हिंदुओंकी भूमिपर ही ‘भगवा आतंकवादी’ सिद्ध कर उनपर प्रतिबंध लगानेका दुष्कृत्य कांग्रेस शासक कर रहे हैं । इससे शासकोंने हनुमानजीकी पूंछमें आग लगाई है । इसलिए अब कांग्रेसका लंकादहन किए बिना हिंदू शांत नहीं बैठेंगे ।
प्रतिक्रिया
ह.भ.प. भगवान कोकरे महाराज, संस्थापक अध्यक्ष, श्री संत ज्ञानेश्वर माउली जीवन मुक्तिधाम सेवा संस्थान : हिंदुओंको आतंकवादी कहनेवाले केंद्रीय गृहमंत्री सुशीलकुमार शिंदेका मानसिक संतुलन बिगड गया है । संभवतः ‘विनाशकाले विपरीत बुद्धि’, ऐसी ही कांग्रेसकी स्थिति हो गई है ।
…तो कांग्रेस ‘संस्कृति’ को सत्तासे दूर रखना ही हिंदुओंके पास एकमात्र उपाय ! – अरविंद कुलकर्णी, ज्येष्ठ पत्रकार
हिंदू प्रथम यह ध्यान रखें कि हिंदू संगठन आतंकवादी हैं, ऐसा वक्तव्य करनेवाले सुशीलकुमार शिंदे एक प्यादे हैं । क्योंकि यह विधान कांग्रेस ‘संस्कृति’ की मानसिकतासे निकला है । स्वतंत्रता संग्राममें कांग्रेसने हिंदुत्वका एवं हिंदू राष्ट्रका आग्रह छोडकर हिंदुत्वका, हिंदी राष्ट्रका संकल्प किया था । आगे मुसलमानोंके दोष बताए गए, तो उसकी जांच करनेके स्थानपर कोई प्रमाण न देते हुए हिंदुओंमें भी ऐसे दोष हैं, ऐसा कहना आरंभ किया । इसे ‘पॅरिटी’ तत्त्व कहते हैं । इससे ही आगे हिंदुओंको आतंकवादी सिद्ध करनेका षडयंत्र सामने आया है । यह ‘पॅरिटी’ तत्त्व भारतीय संविधानकी समता, स्वतंत्रता तथा न्याय आदि तत्त्वों एवं कुल मिलाकर भारतकी सार्वभौमता, एकात्मता एवं अखंडताका विरोधक है । इसी ‘पॅरिटी’ तत्त्वके अनुसार विभाजन हुआ, जिसकी हिंदुओंने उपेक्षा की । अब पुनः उपेक्षा की गई, तो दूसरा विभाजन होगा ।
‘हिंदू’, ‘भगवा’ आतंकवाद अस्तित्वमें ही नहीं ! – श्री. लवकुश मिश्रा, पत्रकार
सुशीलकुमार शिंदेने हिंदू संगठनोंको आतंकवादी सिद्ध करनेके विषयमें किए गए वक्तव्यके पीछे वरिष्ठ कांग्रेसियोंका हाथ है । । ‘हिंदू’, ‘भगवा’ ऐसा कोई आतंकवाद अस्तित्वमें ही नहीं है ।
सरकारको प्रथम मदरसे बंद कर पूछताछ करनी चाहिए ! – श्री. यशवंत विचले, शाखाप्रमुख, शिवसेना
हिंदुत्वनिष्ठ संगठनोंको प्रतिबंधित करनके इच्छुक, उन्हें आतंकवादी सिद्ध करनेवाले सुशीलकुमार शिंदेका मैं निषेध करता हूं । पाकिस्तानियोंद्वारा भारतीय सैनिकोंका सिरच्छेद करनेपर भी सरकार मौन रहती है । मुसलमानोंकी चापलूसी करनेवाली सरकारको प्रथम मदरसे बंद कर उनकी पूछताछ करनी चाहिए । हिंदुओंपर बिना कारण आघात नहीं करने चाहिए ।
हिंदुओंके रौद्र रूप धारण करनेसे पूर्व ही सुशीलकुमार शिंदेको त्यागपत्र देना चाहिए ! – संतोष देवरुखकर, उपशाखाप्रमुख, शिवसेना
मुसलमानोंको मतोंके लिए सिरपर बैठाकर हिंदुओंको आतंकवादी सिद्ध करनेवाले केंद्रीय गृहमंत्री शिंदेने हिंदुओंके रौद्ररूप धारण करनेसे पूर्व ही त्यागपत्र देना चाहिए ।
घोषणाएं
‘हिंदुओंको आतंकवादी सिद्ध करनेवाली कांग्रेस सरकारका धिक्कार हो’ । ‘देशकी सुरक्षाको संकटमें डालनेवाले सुशीलकुमार शिंदेका धिक्कार हो’, ‘राष्ट्रप्रेमी हिंदुओंको आतंकवादी सिद्ध करनेवाले एवं आतंकवादियोंके प्रिय बने सुशीलकुमार शिंदेका निषेध हो’, ‘आतंकवादियोंका समर्थन करनेवाली कांग्रेसका धिक्कार हो’, ‘जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम् ।’, ‘मुर्दाबाद, मुर्दाबाद, कांग्रेस सरकार मुर्दाबाद’,
उपस्थित प्रतिष्ठित
ह.भ.प. भगवान कोकरे महाराज, संस्थापक अध्यक्ष, श्री संत ज्ञानेश्वर माऊली जीवन मुक्तिधाम सेवा संस्थान श्री. आदर्शकुमार अग्निहोत्री, वेद विद्या गुरुकुल, पनवेल श्री. स्वप्निल जांगुष्टे, सचिव, हिंदू महासभा श्री. संतोष सपकाळ, विभागप्रमुख, मलबार हिल, हिंदू राष्ट्रसेना श्री. मकरंद महाडिक, सचिव, हिंदू मानवाधिकार मंच श्री. सत्यप्रकाश मिश्रा, प्रचार प्रसारप्रमुख, हिंदू मानवाधिकार मंच श्री. प्रदीप पांडे, अध्यक्ष, रघुवीर मानवता गोरक्षा अभियान श्री. संदीप सिंह, जय हिंद सेवासंघ श्री. अरुण वाजेकर, उपशाखाप्रमुख, शिवसेना श्री. प्रवीण नरे, उपशाखाप्रमुख, शिवसेना श्री. सूर्यकांत लाडे, अध्यक्ष, अपंग सेना श्री. चंद्रकांत कांबळी, चर्मकार कामगार सेना श्री. संतोष साबळे, हिंदु धर्माभिमानी श्री. मोतीराम गोंधळी, बजरंग दल (मुंब्रा) श्री. मंगेश भोईर, अध्यक्ष, जय महाराष्ट्र मित्र मंडलके साथ आर्.एम्. भट विद्यालयके विद्यार्थी, वनवासी कल्याण आश्रम, पनवेलके वेद विद्यालयके विद्यार्थी तथा अहिंसा सेना, विश्व हिंदू परिषद, धर्मसेवा प्रतिष्ठान, हिंदू वारियर, सनातन संस्था एवं हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ता इत्यादि
क्षणिकाएं
१. फेरीके आरंभमें छोटे बच्चोंने अपने हाथोंमें धारण किए हुए ‘बाबा, क्या हम आतंकवादी हैं ?’, ऐसा प्रश्न करनेवाले हस्तफलक ध्यान आकर्षित कर रहे थे ।
२. फेरीमें धर्माभिमानियोंने परिधान किए भगवे वस्त्र, शाल तथा फेटोंके कारण संपूर्ण परिसर भगवामय हो गया था तथा राष्ट्रपुरुषोंके छायाचित्रोंसे युक्त फलकभी सबका ध्यान आकर्षित कर रहे थे ।
३. बसस्थानकपर खडे कुछ यात्रियोंने भी फेरी देखकर नारे लगाए !
४. फेरीमें हिंदुओंने नियोजनपूर्वक मार्गक्रमण करनेके कारण यातायातको कोई बाधा उत्पन्न नहीं हुई ।
५. समाचार प्रणालके वार्ताहरोंने इस फेरीके पीछेका दृष्टिकोण जानने हेतु समितिके प्रतिनिधियोंसे भेंट की ।
६. सादे वेषमें तथा गुप्तचर एवं अपराध अन्वेषण शाखाके पुलिसकर्मी दूरभाषसे चित्रीकरण कर रहे थे तथा फेरीकी घटनाओंका बारीकीसे निरीक्षण कर रहे थे ।
७. इस अवसरपर चर्मोद्योग कामगार सेनाके अध्यक्ष श्री. चंद्रकांत कांबळेने ‘हिंदूके रूपमें ही जन्म लिया है, हिंदूके ही रूपमें जीवित रहेंगे एवं हिंदूके ही रूपमें मरेंगे’, ऐसी शपथ सभीसे ग्रहण करवाई ।
फेरीमें लगाए गए नारे !
‘महिलाओंपर बलात्कार -कांग्रेस तेरे राजमे ।’
‘भ्रष्टाचार मालामाल – कांग्रेस तेरे राजमे ।’
‘पुलिसोंकी हुई पिटाई – कांग्रेस तेरे राजमे ।’
‘सैनिकोंके सिर कटे – कांग्रेस तेरे राजमे ।’
‘भिवंडीमे पुलिस जली – कांग्रेस तेरे राजमे ।’
‘हिंदुस्थान हुआ बरबाद – कांग्रेस तेरे राजमे ।’
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात