लाहौर – पाकिस्तान में अपने दोस्त को वॉट्सऐप पर इस्लाम पर अपमानजनक संदेश भेजने पर एक इसाई व्यक्ति को मौत की सजा सुनायी गई है। नदीम जेम्स मसीह को जुलाई में इस मामले में आरोपी बनाया गया था। उसके दोस्त ने ही पुलिस में शिकायत की थी कि मसीह ने उसे वॉट्सऐप पर एक ऐसी कविता भेजी जो इस्लाम का अपमान कर रह रही थी।
इस कविता के बारे में पता चलते ही पंजाब प्रांत के सारा-ए-आलमगीर कस्बे में आक्रोशित लोगों की भीड ने मसीह पर आक्रमण करने की कोशिश की थी, किंतु वह बचने के लिए अपने घर से भाग गया था। बाद में उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
न्यायालय के एक अधिकारी ने बताया कि, मसीह पर 300,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
इस समाचार से पाकिस्तान में धर्मभावनाआें की कितनी कदर की जाती है यह ध्यान में आता है । इसलिए कर्इ इस्लामी राष्ट्रो में किसी का र्इशनिंदा करने का साहस नहीं होता । यदि र्इशनिंदा होती है, उसके लिए सजा-ए-मौत जैसे कठोर प्रावधन है ।
इसके विपरीत भारत में खुलेआम हिन्दु देवी-देवताआें का अपमान किया जाता है । यहां अनादर होनेपर साधारण अपराध भी प्रविष्ट नहीं होता । भारत के जन्महिन्दू इसे हंसी-मजाक के तौर देखते है आैर उसे छोड देते है । यह सब धर्मशिक्षा के अभाव का ही कारण है । इसलिए हिन्दुआें को आज धर्मशिक्षा लेने की आवश्यकता है ।
अनादर रोकने के लिए आप क्या कर सकते है ?
१. यदि आपको कही हिन्दू धर्म के विरोध में कुछ दिखता है तो आप उसका वैधानिक मार्ग से विरोध करें । स्थानिक पुलिस के पास उसकी तक्रार प्रविष्ट करे।
२. हिन्दू धर्म के हो रहे अनादर पर समाज के हिन्दुआे में जागृती करें ।
३. हिन्दू जनजागृति समिती भी एेसे अनादर के विरोध में जागृती करती है । इस विषय में विस्तृत जानकारी आप यहां पढ सकते है : https://www.hindujagruti.org/hindi/hindu-issues/denigration
४. आप को कही अनादर हुए दिखार्इ देता है तो उसके विषय में हमें [email protected] इस र्इमेल पर भेजे । साथ ही ट्वीटर, फेसबूक के माध्यम से भी आप अनादर का विरोध कर सकते है।