इटारसी – समाचारपत्र पत्रिका के अनुसार, यहां मवेशीयों से भरे ट्रकों से अवैध वसूली की जा रही है । १८ किलोमीटर के अंदर कम से कम तीन जगह ऐसे है जहां मवेशीयों से लदे ट्रक चालकों को पुलिस वालों को अवैध रूप से टैक्स देना पड़ता है।
बकरी और मवेशियों से भरे ट्रकों से अवैध वसूली दिनदहाडे होती है। यदि कोई गोवंश से भरा ट्रक निकल रहा है तो उसे पहले ओवरब्रिज पर रोक लिया जाता है, इसके बाद पथरौटा और फिर केसला में यह वसूली होती है।
दैनिक पत्रिका की टीम ने किए स्टिंग आॅपरेशन में केसला थाने के सामने ट्रक रुका और थाने परिसर के अंदर से तेजी से एक पुलिसकर्मी बाहर आया। यहां उसने ट्रक कंडक्टर की खिडकी की तरफ हाथ बढ़ाया और पैसे ले लिए इसके बाद ट्रक आगे के लिए रवाना हो गया।
ट्रकों में गोवंश को क्षमता से ज्यादा भरकर परिवहन किया जाता है। पुलिस ऐसी स्थिति में पशुक्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई कर सकती है। पशुक्रूरता अधिनियम के तहत अपराध दर्ज होने पर जुर्माने के साथ ही सजा का प्रावधान है। इस कार्रवाई से बचने के लिए ट्रक चालक आसानी से टारगेट बन जाते हैं। १५० से लेकर ५०० रुपए तक ट्रक चालक को देना पड़ता है।
शिकायत करने पर पुलिस अधीक्षक अरविंद सक्सेना ने कहा कि, इस तरह की स्थिति सामने आती है तो मौके पर ही पुलिसकर्मी को निलंबित किया जाएगा।
बता दें कि, मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार है । वहां गोहत्याबन्दी कानून लागू हाेने के बावजुद भी भ्रष्टाचारी पुलीस के चलते गोवंश का अवैध तरीके से परिवहन किया जाता है । कानुन की धज्जिया उडानेवाले एेसे भ्रष्ट पुलिसकर्मीयों पर कडी से कडी कारवार्इ होनी चाहीए । जो जानकारी मिडिया को मिलती है वह पुलिस यंत्रणा तथा को क्यो नही मिलती ?
एेसे विषय में आप क्या कर सकते है ?
१. संपूर्ण देश में गोहत्या बन्दी कानून लागू कर उसपर कठोरता से अंमल करें, एेसी मांग ज्ञापनद्वारा केन्द्र सरकार से करें।
२. गोरक्षण, गोहत्या जैसी घटनाआेंपर सोशल मिडिया के माध्यम से चर्चा एवं लोगों मे जागृती करें ।
३. गोरक्षा से संबंधित जानकारी के लिए अवश्य पढें : https://www.hindujagruti.org/hindu-issues/cow-slaughter