Menu Close

रोहिंग्या मुसलमानों ने देशविरोधी कारवार्इ की है ! – आँग सान स्यू की

यांगून (म्यानमार) – रोहिंग्या मुसलमान देशविरोधी गतिविधीयाें में संलिप्त है । म्यानमार में भी उन्होंने कर्इ आक्रमण किए है । रोहिंग्याआें को म्यानमार में आश्रय दिया; किंतु उसका परिणाम क्या हुआ ? (म्यानमारने जो अनुभव किया है, वह भारत कभी अनुभव न करें, इस हेतु भारत के ४० हजार रोहिंग्याआें को देश से बाहर करना ही चाहिए, इसमें यदि कोर्इ बाधा लाता है, तो उन्हें भी रोहिंग्याआें के साथ बाहर कर देना चाहिए ।) अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आेर से होनेवाली टीका को हम नहीं डरते, एेसा स्पष्ट मत म्यानमार के स्टेट काऊन्सिलर आँग सान स्यू की ने रोहिंग्याआेंपर हो रही कारवार्इ पर होनेवाले टीका पर व्यक्त किया है ।(आतंकवाद के विरोध में कारवाई करते हुए ‘अन्य देश क्या कहेंगें ?’ इसकी हर समय चिंता करनेवाले भारत को म्यानमार से सीखना चाहिए !)  हमारी सुरक्षा यंत्रणा किसी भी परिस्थिती का एवं आतंकवाद जैसे संकटाें का सामना करने में सक्षम है, एेसा भी उन्होंने स्पष्ट किया । म्यानमार की राजधानी न्या पी डॉव में राष्ट्रीय एकात्मता तथा शांतता इस विषयपर आयोजित सभा में आँग सान स्यू की भाषण दे रही थी ।

एक वर्ष से म्यानमार में हो रहे हिंसाचार को रोहिंग्या मुसलमान ही उत्तरदायी है । (भारत का एक भी राजनेता एेसा कहने का साहस कभी करते है ?) मुसलमान कट्टरपंथियाेंद्वारा पुलिस स्टेशन को लक्ष्य किया जा रहा है । अभी की हिंसा २५ अगस्त के दिन पुलिस स्टेशन पर रोहिंग्या मुसलमानों ने किए हुए आक्रमण के कारण ही भडकी है । कर्इ लोगों के घर जलाए गए । इस कारण ‘रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी’को आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है । आतंकवादी कारवार्इयो में उनका हाथ है । देशहित सामने रखकर ही उनपर कारवार्इ की जा रही है । (देशहित देखकर आतंकवादीयों पर भारत में कारवाई की गर्इ होती, तो आज देश आतंकवादमुक्त हो जाता !) म्यानमार में कानून-सुव्यवस्था तथा स्थैर्य स्थापन करने में हम कटिबद्ध है ।

म्यानमार में आज भी अनेक गावो में मुसलमान रह रहे है । हिंसाचार के बाद भी उन्होंने उनका गांव, घर छोडा नही है । अंतरराष्ट्रीय समुदाय म्यानमार आकर प्रत्यक्ष परिस्थिती का अवलोकन कर सकता है ।

यहां गौर करने लायक बात है कि, कर्इ दशकों से म्यानमार में रहने के बावजुद भी वहां देशविरोधी गतिविधीयां करनेवाले रोहिंग्याआें को यदि भारत ने आश्रय दिया तो कल वे भारत में भी देशविरोधी गतिविधीयाें को अंजाम देंगे, क्या यह बात उनका समर्थन करनेवालों को नहीं समझती ?

बांगलादेश में ४ लाख रोहिंग्या मुसलमान छावनी में रह रहे है । भारत ने उन्हे आश्रय देने की बात मानी तो यह ४ लाख रोहिंग्या बांगलादेश से भारत आएंगे एवं उनके साथ बांगलादेश घुसपैठीए भी घुसखोरी करेंगे. यह बात रोहिंग्याआें के लिए रोनेवाले सेक्युलर लोगों के ध्यान के क्यों नही आती ?

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *