ढाका : भारत सहित विश्व के कई देशों ने म्यांमार से रोहिंग्या मुसलमानों की दिक्कतों को लेकर अपनी अपनी चिंताओं से अवगत कराया है । ऐसे में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक बार फिर म्यांमार से कहा है कि, वह करीब 4,20,000 रोहिंग्या मुस्लिमों को वापस ले, जो बौद्ध बहुल देश में हिंसा के कारण भाग आए हैं । शेख हसीना ने पिछले तीन सप्ताह से जारी नए संकट को लेकर म्यांमार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढाने का भी आवाहन किया । वह संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में शामिल होने के लिए न्यूयार्क में हैं जहां वह बांग्लादेशी कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रही थीं।
उन्होंने कल रात कहा, ‘हमने म्यांमार से कहा है, वे लोग आपके नागरिक हैं, आपको उन्हें वापस लेना चाहिये , उन्हें सुरक्षित रखिए, उन्हें आश्रय दीजिए, कोई दमन और प्रताड़ना नहीं होनी चाहिए।’
यह समाचार पढकर भारतीयों के मन में आता है कि, भारत ने शेख हसीना से सीख लेकर उन्हें भारत में घुसे अवैध ६ से ८ करोड बांग्लादेशीयों वापस ले जाने की मांग करनी चाहिए ।
बता दें कि, कुछ दिन पहले शेख हसीना ने कहा था कि, वे 16 करोड बांग्लादेशियों को खिला सकते हैं, तो 7 लाख रोहिंग्या मुस्लिमों को भी खिलाएंगे । तो शेख हसीना स्वयं ही उनके धर्मबंधुआें को अपने देश में क्यों नहीं बसाती ?