Indian Muslim claims Muslims r a peaceful ppl. They’ll wipe out Hindus & India if #Rohingya not helped pic.twitter.com/3jZKv2iKQx via @ppanks_g
— Tarek Fatah (@TarekFatah) September 21, 2017
प्रसिध्द लेखक और पत्रकार तारिक फतेह ने एक वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है । इस वीडियो में दरभंगा बिहार का एक मुस्लिम युवक रोहिंग्या मुसलमानों की सुरक्षा को लेकर भारत सरकार को धमकी दे रहा है कि, मैं जमीयत उलेमा-ए-हिंद की आेर से मांग करता हूं कि, प्रधानमंत्री जितनी जल्दी हो अपनी चुप्पी तोड़ें और बर्मा में रोहिंग्या मुसलमानों पर हो रहे जुल्मों के विरोध में कुछ करें । अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम यूएन तक इस बात को ले जाएंगे । अपनी बात को आगे बढ़ाता हुआ ये शख्स कह रहा है कि, मुसलमानों को आज बदनाम किया जा रहा है, हमारी कौम एक शांति पसंद कौम है । इसलिए अगर हम मुसलमानों की सुरक्षा के पूरे इंतेजाम नहीं किये गए तो हिन्दू भाई याद रखें उनका केवल तारीखों में नाम रह जाएगा और नक्शे पर ये देश नहीं दिखेगा ।
यह वार्ता पढकर कर्इ सूत्र सामने आते है :
१. देश में इस समय रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर हल्ला मचा हुआ है । देश के कई राजनीतिक दलों और मुसलमान संगठनों का कहना है कि, इनको भारत में रहने की जगह दी जानी चाहिए । वहीं भारत सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि, रोहिंग्या मुसलमान भारत के सुरक्षा के लिए खतरा है और उन्हें म्यांमर वापस भेजेंगे ।
२. इतना होनेपर भी कल तक रोहिंग्याआें के लिए सडकपर उतरनेवाले देशविराेधी रोहिंग्या समर्थक आज खुले आम हिन्दूआें को एवं देश को भी मिटाने धमकी दे रहे है । सरकारने इन देशद्रोहीयों पर तुरंत कार्यवाही करना चाहिए, यही हिन्दूआें की अपेक्षा है ।
३. कहां दुसरे देश के रोहिंग्याआें के लिए देश तथा हिंन्दुआें को धमकी देनेवाले मुसलमान तो कहां कश्मीरी हिन्दुआें के लिए भी संगठित ना होनेवाले हिन्दू ! अगर यह स्थिती एेसी ही रही तो भविष्य में हिन्दुआें के अस्तित्व का प्रश्न उत्पन्न होगा । इस बात पर हिन्दुआे ने अंतर्मुख होकर विचार करना आवश्यक है तथा हिन्दुआें का प्रभावी संगठन निर्माण करना आवश्यक है । भविष्य में आनेवाले एैसे संकट का सामना करने हेतु स्वसंरक्षण प्रशिक्षण लेना आवश्यक है ।
४. बता दे कि, केन्द्र सरकार ने यह स्पष्ट किया था कि, रोहिंग्याआें का उपयोग आइएसआइएस जैसे जिहादी आतंकवादी संगठन कर सकता है । साथ ही उनके कर्इ आतंकी संगठनों से संबंध है । एवं भारत में भी पिछले दिनो में कुछ रोहिंग्याआें को आधार कार्ड, पासपोर्ट बनवाते समय गिरफ्तार किया गया है । एैसे आंतंकी रोहिंग्याआें का समर्थन करनेवालों की भी जांच करनी चाहिए कही इनके भी अातंकवादी संगठनों से संबंध तो नही ?
५. सरकार के निर्णय के उपरांत भी रोहिंग्याआें के समर्थन मे मुसलमान मोर्चे निकाल रहे है । कोलकाता में एक रैली के दाैरान एक मौलवी ने धमकी दी थी कि ‘यदि कोर्इ बंगाल में रोहिंग्याआें को हात भी लगाएगा तो हम लाखों का जनाजा निकाल देंगे’ आैर अब एक सामान्य मुसलमान देश तथा हिन्दूआें को मिटाने की धमकी दे रहा है । सर्वपक्षीय राजनेताआें द्वारा मुसलमानों का किए गए तुष्टीकरण का ही यह परिणाम है । क्या अब राजकिय पक्ष इस देशविघातक तुष्टीकरण को बंद करेंगे ? क्या सरकार इस युवक पर कार्यवाही करेगी ? हिन्दुआें पर तत्परता से कार्यवाही करनेवाली पुलिस इस पर कुछ करेगी क्या ?
६. हिन्दु-मुस्लिम भार्इ-भार्इ एवं सर्वधर्म समभाव की हिन्दुआें को शिक्षा देने वाले मिडीया तथा सेक्युलर कार्यकर्ता इस घटनापर कुछ कहेंगे ?
आप क्या कर सकते है ?
१. आप भारत सरकार को इमेल, ट्विटर जैसे माध्यमों से बता सकते है की ‘किसी के भी दबाव में ना आते हुए सरकार ने रोहिंग्या मुसलमानों को देश से वापस भेजने का जो निर्णय लिया है, उसपर कार्यवाही करे ।’
२. देशविघातक बयान देकर लोगों को भडकानेवाले धर्मांध जिहादियों पर तुरंत कारवार्इ करने होते भारत सरकार से ज्ञापन के माध्यम से अनुरोध करे । यह सूत्र आप भारत सरकार तक इमेल तथा सोशल मिडीया के माध्यम से भी भेज सकते है ।