कार्तिक शुक्लपक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
इंटनरेशनल डेस्क – इस्लामिक स्टेट में मासूमों का किस तरह से ब्रेनवॉश किया जा रहा है, नई तस्वीरों के जरिए इसका चौंकाने वाला पहलू सामने आया है। सुन्नी आतंकियों का यह गढ़ पांच साल के बच्चों को दुश्मनों से मुकाबला करने से लेकर भारीभरकम हथियार चलाने व नृशंस हत्या की ट्रेनिंग दे रहा है। माना जा रहा है कि ये तस्वीरें इस्लामिक स्टेट की कथित राजधानी रक्का के पास खींची गई हैं।
‘मिनी स्कूल ऑफ जिहाद’ बताकर आईएसआईएस कैसी घिनौनी हरकत कर रहा है, ये आप आगे तस्वीरों के जरिए देख सकते हैं। विचलित कर देने वाली इन तस्वीरों को ‘अल शरिया’ नामक स्कूल बताया जा रहा है। ट्विटर पर आईएसआईएस समर्थकों द्वारा इसे तेजी से शेयर किया जा रहा है। एक कार्यकर्ता समूह की मानें, तो अल शरिया स्कूल में 16 साल के कम उम्र के लड़कों को विशेषकर मिलिट्री ट्रेनिंग दी जा रही है।
हैरानी की बात ये है कि आईएसआईएस बच्चों को बरगला कर हिटलर शासनकाल में दी गई यातनाओं के तरीकों की तालीम दे रहा है। यही नहीं, सुन्नी आतंकी इस्लाम के नाम पर बच्चों को आत्मघाती हमलावर बनने के लिए भी उकसा रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन बच्चों को शरिया कैंप में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
अंग्रेजी वेबसाइट वाइस (जिहादी गतिविधियों को कवर करने वाले) की डॉक्यूमेंट्री में आईएसआईएस का मीडिया प्रवक्ता अबु मौसा (मर चुका) इस तरह की बातें कर चुका है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर