बिहार की राजधानी पटना के जिलाधिकारी ने दुर्गा पूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन को लेकर एक निर्देश जारी किया है, जिस पर विवाद हो सकता है । पटना डीएम ने निर्देश दिया है कि मुहर्रम से पहले, यानी ३० सितंबर को दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन पूरा कर लिया जाए । इसके अलावा पूजा पंडालों में सीसीटीवी लगाना अनिवार्य किया गया है ।
ध्यान देनेयोग्य बात है कि, बिहार से सटे, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार मुहर्रम से पहले प्रतिमा विसर्जन को लेकर आदेश जारी कर कलकत्ता उच्च न्यायालय से फटकार खा चुकी है ।
इस विषय में कुछ सूत्र हैं, जिन पर हिन्दुओं का विचार करना आवश्यक हैं :
१. पहले बंगाल में मुहर्रम के लिए दुर्गा प्रतिमा विसर्जन पर रोक थी, जिसे उच्च न्यायालय ने हटा दिया । अब बिहार में भी वही बात दोहराई जा रही है । हम भारत में रहते हैं या पाकिस्तान जैसे किसी मुसलमान देश में ? केवल हिन्दुओं को ही इस प्रकार के निर्देश देना, यह हिन्दुओं का अपमान नहीं तो और क्या है ?
२. इस दुदर्शा का प्रमुख कारण आज का हिन्दू समाज ही है, जो हिन्दुओं की समस्याओं के प्रति मृतवत हो चुका है । कई हिन्दू केवल अपना तथा अपने परिवार का ही विचार करते हैं । दूसरी ओर देखा जाए तो मुस्लिम तथा ईसाई समुदाय अपने धर्म के प्रति जागरूक तथा संगठित हैं, इसीलिए कोई भी प्रशासकीय अधिकारी उनके विरुद्ध इस प्रकार के निर्देश देने का विचार भी नहीं कर सकते ।
३. यदि हिन्दू इसी प्रकार निद्रित रहेंगे, तो भविष्य में उनका अस्तित्व ही संकट में पड जाएगा । इसीलिए सभी हिन्दुआें का धर्मशिक्षा लेकर धर्म के प्रति जागरूक होना तथा संगठित होकर हिन्दुओं की समस्याओं के विरुद्ध आवाज उठाना, समय की आवश्यकता है ।
आप क्या कर सकते हैं ?
१. पटना जिलाधिकारी के ‘फतवे’ को वापस लेने की मांग करें । इसके लिए आप अपने स्थानीय प्रशासकीय अधिकारियों को ज्ञापन दे सकते हैं । अपनी बात इ-मेल तथा सोशल मीडिया के माध्यम से जिलाधिकारी, बिहार सरकार तथा केंद्र सरकार तक पहुंचा सकते हैं ।
२. अपने मित्र, सगे-संबंधी तथा अन्य हिन्दुओं से इस विषय पर चर्चा करें तथा उनका प्रबोधन करने का प्रयास करें ।
३. हिन्दू जनजागृति समिति हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु कुछ वर्षों से सक्रिय है । यदि आप हमसे जुडना चाहते हैं तो, आगे दी गई लिंक परक्लिक करें : https://www.hindujagruti.org/join