मोहाली: नवरात्रि के दूसरे दिन शुक्रवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने मोहाली में इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस लीडरशिप समिट २०१७ के १५वें संस्करण को संबोधित करते हुए कहा, ‘पुराणों से हमें पता चलता है, देवी सरस्वती शिक्षा मंत्री, देवी दुर्गा रक्षा मंत्री और देवी लक्ष्मी वित्त मंत्री होती थीं ।’ इसपर कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर उनके बयान का स्वागत किया।
यह समाचार पढकर कुछ सूत्र ध्यान में आते है :
१. आज हिन्दुआें में धर्मशिक्षा का अभाव है इस कारण ही आज कोर्इ भी हमारे देवी-देवताआें का किसी से भी संबंध जोडकर किया जाता है । प्रत्यक्ष में यह देवता का अनादर ही है । उलटा अपना राजकीय दायित्व निभाते समय इन देवी-देवताआें का हमारे उपर ध्यान है, एेसा भाव मन में रखना चाहिए ।
२. वैंकैया जी ने कहा कि, यह बात उन्हें पुराणों से पता चली है । किंतु किसी भी पुराण में इस तरह का उल्लेख नहीं है । हमारे देवी-देवता सर्वशक्तिमान तथा सर्वज्ञ होते है, इसलिए उन्हें मानवी स्तर पर लाना उचित नहीं लगता ।
३. इस प्रकार का अनादर रोकने हेतु आज प्रत्येक हिन्दुआें ने धर्मशिक्षा लेना आवश्यक है । इसके लिए हिन्दू जनजागृति समिती कार्यरत है ।
आप निम्प लिंकपर अनादर के विषय में विस्तृत जानकारी पढ सकते है : https://www.hindujagruti.org/hindi/hindu-issues/denigration
साथ ही धर्मशिक्षा हेतु यह अवश्य पढे : https://www.hindujagruti.org/hindi/hinduism