हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से पुणे के निवासी उपजिलाधिकारी को ज्ञापन
पुणे : रोहिंग्या मुसलमानों के कारण देश की सुरक्षा के लिए उत्पन्न संकट को ध्यान में लेते हुए अवैधरूप से भारत में घुसपैट किए हुए रोहिंग्या मुसलमानों को तुरंत देश के बाहर निकाल देना चाहिए। २५ सितंबर को हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से यहां के निवासी उपजिलाधिकारी श्री. राजेंद्र मुठे को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। इस समय श्री. मुठे ने इस ज्ञापन की एक प्रति को गृह विभाग को भेजने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर सनातन संस्था के श्री. प्रवीण नाईक एवं हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. कृष्णाजी पाटिल उपस्थित थे। इस ज्ञापन में कहा गया है कि, ‘पूरे विश्व में ५२ से भी अधिक इस्लामी राष्ट्र होते हुए भी रोहिंग्या मुसलमान इन राष्ट्रों मे शरण न लेकर भारत में घुस गए हैं। भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र संघ के ‘वर्ष १९५१ में किए गए रिफ्युजी रिटर्न एक्ट’ के अनुबंधपर हस्ताक्षर नहीं किए हैं; इसलिए भारत आए हुए रोहिंग्या मुसलमान अवैध घुसपैठी सिद्ध होते हैं ! विविध आतंकी गतिविधियों में उनके सहभाग को ध्यान में लेते हुए रोहिंग्या घुसपैठियों को तुरंत भारत से निकाल बाहर कर देना चाहिए !’
‘मुहर्रम के कारण बंगाल में नवरात्रि के उपलक्ष्य में श्री दुर्गामूर्ति विसर्जन पर लगाए गए प्रतिबंध को तुरंत वापस लिया जाए और हिन्दूद्रोही बंगाल शासन को इस विषय में पूछा जाना चाहिए, हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करनेवाला मलयालम् चलचित्र ‘बॉडी स्केप्स’ के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए, देशद्रोही डॉ. जाकिर नाईक एवं उसका प्रतिबंधित संघटन ‘इस्लामिक रिसर्च फाऊंडेशन’ के फेसबुक पेज को तुरंत बंद कर देना चाहिए, वामपंथी एवं धर्मांधोंद्वारा हिन्दू नेताओं पर किए जानेवाले आक्रमण एवं उनकी हत्याओं के पीछे स्थित षडयंत्र का केंद्रीय अन्वेषण विभाग की ओर से अन्वेषण किया जाए एवं नागपुर मेट्रो रेल डिब्बों के निर्माण हेतु चीनी प्रतिष्ठान को दिए गए ठेके को तुरंत रद्द किया जाए, इन मांगों का ज्ञापन भी श्री. मुठे को प्रस्तुत किया गया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात