माघ कृष्ण ५ , कलियुग वर्ष ५११४
मुंबई महापालिकाका मंदिर तोडनेके आदेशका प्रकरण
मुंबई – महापालिकाने अवैध मंदिर तोडनेका निश्चय किया है । महाराष्ट्र मंदिर एवं धार्मिक संस्था महासंघने मुंबई महापालिकाके आयुक्त, महापौर श्री. सुनील प्रभू एवं स्थायी समितिके सभापति श्री. राहुल शेवाळेको निवेदनद्वारा मंदिरोंके प्रपत्रोंकी पूर्तिकी कालावधि ३ माह बढानेकी मांग की है । इसके फलस्वरूप आयुक्तने १२ फरवरीतक कालावधि बढा दी है । श्री शेवाळेने आश्वासन दिया है कि दस्तावेजोंकी पूर्ति करनेवाले मंदिरोंको विकास रचनाके अंतर्गत अधिकृत मान्यता दी जाएगी । परंतु महासंघने यह कालावधि अत्यल्प होनेके कारण कालावधिमें ३ माह बढानेकी आग्रही मांग की है । इस अवसरपर महासंघके अध्यक्ष वैद्य उदय धुरी एवं उपाध्यक्ष श्री. रमेश सनिल, नेरूळके गावदेवी मंदिरके श्री. नारायण पाटिल, केरलीय केंद्रीय क्षेत्रीय परिपालन समितिके श्री. पी.एम. नायर, हिंदू जनजागृति समितिके श्री. शिवाजी वटकर, श्री. मनोज खाड्ये, राष्ट्रीय वारकरी सेनाके कोकण प्रांत अध्यक्ष ह.भ.प. बापू महाराज रावकर, सनातन संस्थाके श्री. राजन बुणगे इत्यादि उपस्थित थे ।
कालावधि बढानेके विषयमें मंदिर महासंघकी आग्रही भूमिका !
मंदिरोंके प्रपत्रोंकी पूर्तिके लिए ३ महीनोंतक की कालावधि बढाकर क्यों चाहिए ?
१. हिंदुओंके २७० से अधिक मंदिर तोडे जानेवाले हैं । इसमें अनेक मंदिरोंके न्यासोंको अबतक महापालिकाके सूचना पत्र नहीं मिले हैं ।
२. महापालिकाने गिनेचुने कुछ ही समाचारपत्रोंमें इस विषयकी जानकारी एवं विज्ञापन दिया है । इसलिए यह विषय सभी स्तरोंतक नहीं पहुंच पाया है ।
मंदिर महासंघका आवाहन
१. समस्त मंदिरोंके न्यासोंको आवाहन किया जाता है कि यद्यपि उनका मंदिर इस सूचीमें नहीं है, फिर भी उन्हें सभी मंदिरोंकी सुरक्षाके लिए संगठित होना चाहिए ।
२. मंदिरोंके संदर्भमें प्रपत्र १२ फरवरीतक महापालिका स्तरीय सदस्य सचिव, उपायुक्त (अनि), प्लॉट क्रमांक ३५८, वर्धमान हाईट्स भवनके निकट, अनंत पवार मार्ग, काला चौकी, मुंबई -२७ में एकत्रित करें ।
३. अधिक जानकारीके लिए श्री. उदय धुरी (९५५२५७८८६१) अथवा श्री. रमेश सनिलसे (९३२०९०२५९०) संपर्क करें ।
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात