देहली में दो दिवसीय ‘हिन्दू राष्ट्र संघटक कार्यशाला’
देहली : आनेवाले समय में विश्व में एक तो ‘हिन्दू राष्ट्र’ अथवा ‘इस्लामी राष्ट्र’, ऐसे केवल दो ही विकल्प होंगे ! अतः आदर्श हिन्दू राष्ट्र संघटक बन कर भारत की तथा हिन्दू धर्म की रक्षा करना यही समय के अनुसार साधना है और इसके लिए हमें साधना करनी आवश्यक है ! हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने ऐसा प्रतिपादित किया। हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से यहां के वसंत कुंज स्थित श्रीकृष्ण धाम मंदिर के सभागार में आयोजित की गई २ दिवसीय ‘हिन्दू राष्ट्र संघटक निवासी कार्यशाला’ में मार्गदर्शन करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे।
इस कार्यशाला में देहली, गुरुग्राम, नोएडा, अलीगढ एवं फरिदाबाद के धर्मप्रेमियों ने सहभाग लिया। इस अवसर पर उपस्थित हिन्दू जनजागृति समिति के केंद्रीय समन्वयक श्री. नागेश गाडे ने ‘जीवन में साधना का महत्त्व एवं गुरुकृपायोग के अनुसार साधना’ इस विषय पर मार्गदर्शन किया। समिति के देहली समन्वयक श्री. कार्तिक साळुंके ने इस कार्यशाला का उद्देश्य स्पष्ट किया।
कार्यशाला में उपस्थित धर्मप्रेमियों ने व्यक्त किए गए मनोगतों में कहा गया है कि, ‘इस कार्यशाला से उनमें आत्मविश्वास उत्पन्न होने की, साथ ही हिन्दू राष्ट्र की संकल्पना स्पष्ट होने की एवं साधना समझ कर ईश्वर के प्रति आस्था बढने में सहायता होने की बात कही, साथ ही धर्मरक्षा हेतु कैसे प्रयास करने चाहिएं ?, हिन्दुत्व का प्रसार कैसे करना चाहिए ? आदि की शिक्षा मिलने की भी बात कही।
क्षणचित्र
१. कार्यशाला में सभी धर्मप्रेमियों से भगवान श्रीकृष्ण की मानसपूजा करवा कर ली गई। उससे अनेक धर्मप्रेमियों को ईश्वरीय अस्तित्व की अनुभूति प्राप्त हुईं !
२. कार्यशाला के दूसरे दिन भगवान श्रीकृष्ण का नामजप किया गया।
३. कार्यशाला का समापन होने के पश्चात नोएडा के धर्मप्रेमी श्री. दीपक दुबे एवं श्री. मुकेश कुमार ने स्वयंस्फूर्ति से कार्यस्थल पर स्थित सामग्री समेटने की सेवा की। उनको साधकों का सेवाभाव देख कर अत्यंत आनंद प्राप्त हुआ !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात