जागरण में अाए समाचार के अनुसार, रोहिंग्या मुस्लिमों को अवैध रूप से घुसपैठ कराने में मदद करने के आरोप में भारत-बांग्लादेश सीमा के निकट एक गांव से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है । सिपाहीजाला जिले के पुलिस अधीक्षक सुदीप्त दास ने मंगलवार को बताया कि, असम, त्रिपुरा पुलिस के अधिकारियों व बीएसएफ जवानों ने सोमवार रात नबादविप चंद्र नगर गांव में छापा मारा और सुमन चौधरी (३५), फारुक चौधरी (३२) तथा शाहजहां चौधरी (३८) को गिरफ्तार किया ।
गत १९ अगस्त को ६ रोहिंग्या मुस्लिमों को असम के करीमगंज से गिरफ्तार किया गया था । पूछताछ के दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि, वे म्यांमार के रखाइन प्रांत के रहनेवाले हैं और बांग्लादेश में शरणार्थी बनकर रह रहे थे । उन्होंने घुसपैठ करानेवाले एक गिरोह की मदद से संवेदनशील सीमांत इलाके नबादविप चंद्र नगर के रास्ते भारत में प्रवेश किया । इस गिरोह में गिरफ्तार किए उक्त तीनों शामिल थे ।
यह समाचार पढकर ध्यान में आता है कि . . .
१. भले ही भारत सरकार ने, रोहिग्याआें का भारत में रहना सुरक्षा के लिए खतरनाक बताया हो परंतु यहां के देशद्रोहियों की इसकी कोर्इ चिंता नही है । इसलिए वो देश की सुरक्षा को अनदेखा कर रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में घुसपैठ करने के लिए मदत कर रहे है ।
२. बता दे कि, इसके पहले भी देश में रोहिंग्याआें को शरण मिले इस हेतु कुछ राजनेता तथा कुछ मुस्लिम लोगो ने भी सरकार पर दबाव डालने का प्रयास किया है । उनके समर्थन में मोर्चे निकाले है । अवैध रुप से रहनेवाले रोहिंग्याआें के पास से नकली पासपोर्ट, आधार कार्ड, वोटरकार्ड बरामद होने के भी कर्इ घटना सामने आ चुकी है ।
३. म्यांमार आर्मी के एक रिपोर्ट अनुसार, सेना को रखाइन राज्य में तलाशी के दौरान एक सामूहिक कब्रगाह मिली थी । इसमें ४५ हिन्दुओं के कंकाल बरामद हुए थे । आर्मी ने आरोप किया है कि, इन हिन्दुओं की हत्या रोहिंग्या मिलिटेंट्स ने की है ।
४. हाल ही में भारत में अल-कायदा के लिए रोहिंग्याआें को भर्ती करने के आरोप में ब्रिटेन के रहने वाले रहमान को देहली पुलिस के स्पेशल सेल गिरफ्तार किया था ।
५. इससे हम अंदाजा लगा सकते है कि, देश मे रोहिंग्याआें का रहना कितना खतरनाक है । भारत सरकार ने रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर करने का जो निर्णय लिया है, वह सराहनीय ही है । परंतु इसी के साथ अब भारत सरकार ने ठोस कदम उठाकर रोहिंग्याआें को देश में घुसने के लिए मदत करनेवालों पर तथा उनका समर्थन करनेवालों पर कडी कारवार्इ करनी चाहिए ।