नई देहली : अधिकांश भारतीय पुरुष अपनी पत्नीद्वारा करवाचौथ का व्रत रखे जाने के खिलाफ हैं, जो आज है। एक सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है ।
क्यों की गई ये रिसर्च ?
‘शादी डॉट कॉम’ ने व्रत रखने की प्रथा पर पुरुषों का दृष्टिकोण जानने के लिए एक सर्वे कराया और करवाचौथ के दौरान अपनी पत्नी के प्रति प्यार दर्शाने और शादी में समानता दर्शाने के लिए पुरुषों को भी एक वार्षिक अभियान ‘शादी डॉट कॉमफास्ट फॉर हर’ के जरिए व्रत रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
९३ प्रतिशत पुरुष नहीं चाहते कि, पत्नी व्रत रखें !
पुरुषों से जब पूछा गया कि, अगर उनकी पत्नी उनके लिए व्रत रखती है तो क्या वे भी उनके लिए व्रत रखेंगे तो ६१ प्रतिशत पुरुषों ने ‘हां’ में जवाब दिया, जबकि ३९ प्रतिशत पुरुषों ने ‘नहीं’ कहा ! वहीं, ९३ प्रतिशत पुरुषों ने कहा कि, वे नहीं चाहते कि, उनकी पत्नी उनके लिए व्रत रखें और इसे अलग अंदाज में मनाना चाहेंगे !
इस ऑनलाइन सर्वेक्षण में २४ से ४० साल की उम्र के बीच ६,५३७ भारतीय पुरुषों ने प्रतिक्रिया दी।
शादी डॉट कॉम के सीईओ गौरव रक्षित ने कहा कि, दंपति अब सदियों पुरानी प्रथा को तोड रहे हैं और अपने प्यार का जश्न मनाने और रिश्तों में रूमानियत लाने के लिए इन अवसरों और त्योहारों को अलग अंदाज से मनाने की तलाश में हैं ।
यह वार्ता पढकर कुछ सूत्र सामने आते है, जैसे कि :
१. आज कल हिन्दू धर्म की पुरानी प्रथाआें को तोडकर अपने आप को ‘फारवर्ड’ साबित करने की मानसिकता उभरती हुर्इ नजर आ रही है । इस मानसिकता का मूल कारण है हिन्दूआें में धर्मशिक्षा का अभाव ।
२. हिन्दू नारियों के लिए ‘करवाचौथ’ का व्रत अखंड सुहाग देनेवाला माना जाता है । करवाचौथ का व्रत हिन्दू संस्कृति के उस पवित्र बंधन का प्रतीक है, जो पति-पत्नी के बीच होता है । हिन्दू संस्कृति में पति को परमेश्वर की संज्ञा दी गई है । एैसे व्रत, त्यौहारों का पालन करना यही धर्मपालन कहलाता है आैर इसी से धर्मपालन करने के आनंद का अनुभव किया जा सकता है ।
हिन्दू जनजागृति समिति की संकेतस्थल (वेबसार्इट) पर धर्मशिक्षा पाने हेतु क्लिक करे : https://www.hindujagruti.org/hindi/hinduism