टाइम्स नाऊ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश पुलिस ने वहां के रोहिंग्या शरणार्थी शिविर में रहनेवाले २२ जिहादी आतंवादियों को गिरफ्तार किया है । ये सभी संदिग्ध जिहादी म्यांमार में हुए हिन्दूआें की हत्याआें के लिए जिम्मेदार है एैसा संदेह भी पुलिस को है । इन्ही आतंकियों ने पहले बांग्लादेश के सुरक्षा बलों पर भी हमला किया था । इन्हें पाकिस्तान की आेर से आतंकी ट्रेनिंग मिल चुकी है एैसा रिपोर्ट में कहा गया है ।
इस वार्ता को पढकर भारत सरकार ने रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर निकालने का जो निर्णय लिया है, वह देश की सुरक्षा के लिए कितना उचित है इसका अंदाजा सभी भारतीय लगा सकते है । परंतु फिर भी सेक्युलरिस्ट कार्यकर्ता, कुछ राजनेता तथा कर्इ धर्मांध जिहादी इन रोहिंग्या मुसलमानों का समर्थन कर उन्हें भारत में शरण मिलने के लिए भारत सरकार पर दबाव डाल रहे है ।
सभी राष्ट्रप्रेमी नागरिकों को अब संगठित होकर भारत सरकार से यह मांग करनी चाहिए की रोहिंग्या मुसलमानों के साथ साथ अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिये तथा रोहिंग्या मुसलमानों का समर्थन करनेवालों को भी इस देश से बाहर निकाल देना चाहिए । नहीं तो यह लोग भविष्य में हमारे अस्तित्व पर ही संकट ला सकते है, यह सभी ध्यान में रखे ।