भारत के राष्ट्रध्वज का अनादर करनेवालों के विरोध में अब शासन क्या कार्रवाई करेगा ?
राष्ट्रध्वज की आचारसंहिता के अनुसार आचरण न कर व्यक्तिगत लाभ हेतु राष्ट्रध्वज का उपयोग कर उसे विकृत रूप में प्रदर्शित करना दंडनीय अपराध है !
पुणे : सनबर्न फेस्टिवल के (SUNBURN Festival) फेसबुक पेज पर भारत के राष्ट्रध्वज का अनादर किया है ! २ अक्तूबर को गांधी जयंती के उपलक्ष्य में पोस्ट की गई ध्वनिचित्र चक्रिका में के.एस.एच.एम.आर. नामक अमेरिका के डीजे के प्रतिकचिन्ह को (लोगो) भारत के राष्ट्रध्वज के रूप में दिखाया गया है। विशेष बात यह कि, इस ध्वनिचित्र चक्रिका को १४९ लोगों ने शेअर किया है ! (इस प्रकार से राष्ट्रध्वज को विकृत रूप में दर्शाकर उसका अनादर करना, उस राष्ट्र के साथ किया गया द्रोह ही है। इससे सनबर्न के आयोजकों की भारत के संदर्भ में क्या भावना है, यही उजागर होता है ! शासन क्या अब भी भारतीय संस्कृति के साथ ही राष्ट्रीय प्रतीकों का भी अनादर करनेवालों के लिए कालीन बिछानेवाली भूमिका पर टिका रहेगा अथवा ऐसे लोगों के विरोध में कार्रवाई करेगा ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
इस प्रकरण में राष्ट्रप्रेमी नागरिक एवं संघटनों ने क्षोभ व्यक्त कर सनबर्न का निषेध किया है, साथ ही इसके विरोध में पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट करने का मनोदय व्यक्त किया है !
इस संदर्भ में हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. पराग गोखले ने कहा, ‘‘सनबर्न फेस्टिवल में अनेक विदेशी कलाकार भाग लेते हैं। इसके पहले भी सनबर्न फेस्टिवल में तिरंगा ध्वज का अयोग्य पद्धति से उपयोग कर आचारसंहिता का उल्लंघन किया गया था। राष्ट्रध्वज की आचारसंहिता के अनुसार, आचरण न कर व्यक्तिगत लाभ हेतु राष्ट्रध्वज का उपयोग कर उसे विकृत रूप में प्रदर्शित करना दंडनीय अपराध है ! इस संदर्भ में वैधानिक पद्धति से पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट किया जाएगा। पुलिस प्रशासन राष्ट्रध्वज का अनादर करनेवालों के विरोध में तुरंत कार्रवाई करे, साथ ही शासन सनबर्न फेस्टिवल के संदर्भ में अपनी भूमिका स्पष्ट करे !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात