सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा किया गया धर्मप्रसार !
• १०० से अधिक स्थानों पर फलकप्रसिद्धी
• ६ मंडलों में शौर्य जागरण पथनाट्य प्रसारित
• लगभग ७५० जिज्ञासुओं ने स्वसंरक्षण प्रात्यक्षिकों का लाभ ऊठाया
• १०० से भी अधिक जिज्ञासुओं ने कार्य में सम्मिलित होने के लिए नाम प्रविष्ट किए
• एक स्थान पर धर्मशिक्षण तथा स्वसरंक्षण प्रशिक्षण वर्ग की मांग
पुणे : हाल ही में संपन्न हुए नवरात्रोत्सव में सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से प्रवचन, प्रात्यक्षिक, फलकप्रसिद्धी आदि माध्यमोंद्वारा धर्मप्रसार किया गया। जिले में विविध स्थानों पर आयोजित किए गए अभियानों को जिज्ञासुओंद्वारा उत्स्फूर्त प्रतिसाद प्राप्त हुआ !
कोथरूड के रमांबिका मंदिर में सनातन के ग्रंथ तथा सात्त्विक उत्पादों की प्रदर्शनी
यहां के शिवणे तथा ग्रीन सिटी इन स्थानों के गृहसंकुलों में गोदभराई उचित पद्धति से कैसे करें, इसका प्रात्यक्षिक प्रसारित किया गया। साथ ही नवरात्रि के संदर्भ में अध्यात्मशास्त्रीय जानकारी दी गई। कार्यक्रम के आयोजन में शिवणे के ‘दैनिक सनातन प्रभात’ के वाचक उत्स्फूर्त रूप से सम्मिलित हुए। नवरात्रि के समय तीन स्थानों पर स्वसंरक्षण प्रशिक्षण की आवश्यकता प्रतिपादित करनेवाला शौर्य जागरण प्रात्यक्षिकों का प्रसारण किया गया। यहां अधिक मात्रा में फलकप्रसिद्धी भी की गई। इस कालावधी में नवरात्रि के नौ दिनों में रमांबिका मंदिर में ग्रंथ एवं सात्त्विक उत्पादों की प्रदर्शनी आयोजित की गई थी।
नवरात्रोत्सव में घटनेवाले अपप्रकार प्रतिबंधित करने हेतु शिरवळ पुलिस थाने में ज्ञापन !
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से शिरवळ पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक श्री. भाऊसाहेब पाटिल तथा पुलिस उपनिरीक्षक श्री. सुनिल पवार को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। ज्ञापन में यह मांग की गई कि, ‘उत्सवों को आनेवाला विकृत स्वरूप प्रतिबंधित करने हेतु उत्सवों में घटनेवाले अपप्रकारों पर पाबंदी लगानी चाहिए !’ उस समय श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के श्री. सागर जरांडे, धर्मशिक्षणवर्ग के सर्वश्री संकेत पिसाळ, निखिल पाटिल, राहुल मोरे, संग्राम कोळी, तेजस यादव, तुषार घोडके, राजवर्धन पाटिल, पृथ्वीराज जाधव, अमोल पाटोळे, पृथ्वीराज पाटिल, साथ ही समिति के प्रा. श्रीकांत बोराटे आदि उपस्थित थे।
विशेष : धर्मप्रेमी श्री. सागर जरांडे ने नेतृत्व कर ज्ञापन प्रस्तुत करने हेतु अन्य धर्मप्रेमियों को आमंत्रित किया !
गावठाण के धर्मप्रेमी अभियान में उत्स्फूर्त रूप से सम्मिलित
यहां के अष्टभुजा देवी के मंदिर में वितरण कक्ष आयोजित किया गया था। यहां के अमोल गारमेंट के श्री. लाहोटी तथा नक्षत्र साडी सेंटर के श्री. गणेश तुम्मा ने ‘रंगोली, देवघर तथा देवताओं की रचना, देवीपूजन’ ऐसे प्रकार के १५० ग्रंथ खरीद लिए। सनातन प्रभात के वाचक भी सेवा में सम्मिलित हुए थे। श्री. गणेश तुम्मा ने उनकी लडकी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में ‘आध्यात्मिक कृतियों का महत्त्व, रामरक्षा तथा औक्षण, दिवाली तथा धर्माचरण का महत्त्व’ इन सभी विषयों की जानकारी बताने के लिए कहा। हडपसर में भी ‘आदर्श नवरात्रोत्सव अभियान’ आयोजित किया गया।
सातारा पथ पर धर्मशिक्षण वर्ग की महिलाओं का सक्रिय सहभाग
यहां भित्तीपत्रकें तथा हस्तपत्रकें वितरित की गई। साथ ही आंबेगांव में धर्मशिक्षण वर्ग की महिलाओं ने प्रसार कर प्रवचन आयोजित किया। सहकार नगर तथा धनकवडी के ७ नवरात्रोत्सव मंडलों को भेंट देकर नवरात्रि के संदर्भ की जानकारी दी गई। धनकवडी में २ तथा सहकारनगर में ४ ऐसे छह पुलिस थानों में नवरात्रोत्सव में अनुचित प्रकार न घटें; इसलिए ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
सातारा मार्ग पर ५ प्रमुख मंदिरों में भारती विद्यापीठ, पद्मावती तथा अंबामाता मंदिर साथ ही आबा बागुल उद्यान तथा सुपर्ण हॉल में वितरण कक्षद्वारा जिज्ञासुओं तक नवरात्रि की जानकारी पहुंचाई गई।
सिंहगड पथ पर जिज्ञासुओं का ‘साप्ताहिक सनातन प्रभात’ के वर्गणीदार होना
यहां ९ स्थानों पर प्रदर्शनी कक्ष साथ ही हस्तपत्रिका तथा भित्तिपत्रिकाओं के माध्यम से नवरात्रि की जानकारी समाज तक पहुंचाई गई। नवरात्रोत्सव मंडलों को संपर्क कर विविध स्थानों पर प्रवचनों का आयोजन किया गया। जानकारी सुनकर कुछ लोग साप्ताहिक सनातन प्रभात के वर्गणीदार हुए।
चिंचवड में स्वसंरक्षण प्रशिक्षण वर्ग तथा धर्मशिक्षण वर्ग की मांग
श्रीमती कुंभार के घर में नवरात्रि का प्रवचन तथा श्री सूक्त हवन किया गया। उस समय श्रीमती नागणे ने विषय प्रस्तुत किया। गंर्धवनगरी के निकट आयोजित किए गए मार्गदर्शन के पश्चात जिज्ञासुओं ने स्वसंरक्षण प्रशिक्षण वर्ग तथा धर्मशिक्षण वर्ग की मांग की !
इसके अतिरिक्त चिंचवड में ९ स्थानों पर वितरण कक्ष आयोजित किया गया। कुल मिलाकर ३१ स्थानों पर प्रवचन किए गए। ४ मंडलों में स्वसंरक्षण प्रात्यक्षिक दर्शाए गए। ८ सोसायटी में कुंकूमार्चन तथा गोद भराई का प्रात्यक्षिक दिखाया गया। ५ स्थानों पर प्रबोधन कक्ष आयोजित किया गया। २ स्थानों पर से धर्मशिक्षण वर्ग की मांग भी की गई !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात