माघ कृष्ण भानु ७, कालाष्टमी , कलियुग वर्ष ५११४
आतंकवादका सामना करनेमें असफल सिद्ध हुए पुलिसकर्मियोंद्वारा हिंदुओंका ही दमन !
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मंदिरमें ताला लगाया गया
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स्थानीय लोगोंपर दबाव
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महिलाओंसे असभ्य आचरण
हिंदुओ, सामर्थ्यशाली हिंदुत्वनिष्ठ संगठन इस विषयमें कुछ नहीं करेंगे । इसलिए आप ही संगठित होकर इसका विरोध करें !
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पुणे (महाराष्ट्र), २ फरवरी (संवाददाता) – यहांका श्री दगडूसेठ गणपति मंदिर आतंकवादियोंका लक्ष्य है । इसलिए मंदिरके निकट अतिक्रमण हटानेके नामपर पुलिसने इस मंदिरके समीप स्थित श्री गणेशजीके मंदिरको हटानेकी गतिविधियां आरंभ कर दी हैं । पुलिस ऐसा तर्क दे रही है कि आतंकवादी इस मंदिरका उपयोग आतंकवादी गतिविधियोंके लिए कर सकते हैं । ( ऐसी हिंदूद्रोही पुलिसपर आतंकवादियोंद्वारा आक्रमण होनेपर हिंदू उनकी सहायता करेंगे क्या ? पुलिसकर्मियोंकी ऐसी मानसिकता क्यों नहीं है कि मंदिरतक आतंकवादियोंको आने ही न दिया जाए ? आतंकवादी कार्यवाहियोंके लिए उपयोग किया जा सकता है, ऐसा कहना कहांतक उचित है ? कल ‘आतंकवादियोंका नागरिकोंके घरोंमें घुसनेकी संभावना है, ऐसा कहते हुए पुलिस क्या नागरिकोंको घरसे बाहर निकाल देगी ? जिहादी आतंकवाद नष्ट करनेके स्थानपर हिंदुओंके मंदिर हटानेवाली पुलिसको हिंदू राष्ट्रमें ( विश्वकल्याणार्थ कार्यरत सात्त्विक लोगोंके राष्ट्रमें ) कानूनके अनुसार कठोर दंड दिया जाएगा ! – संपादक ) पुलिसकर्मियोंने स्थानीय महिलाओंसे भी असभ्य आचरण किया इसलिए वहांका वातावरण पुलिस विरोधमें संतप्त हो गया है । ( महिलाओंसे असभ्य आचरण करनेवाली पुलिस जनताकी रक्षक नहीं, अपितु भक्षक है ! – संपादक )
श्री दगडूसेठ गणपति मंदिरके समीप मजूर अड्डामे महापालिका क्षेत्रमें ‘बुधवार पेठ सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल’का यह श्री गणेशजीका मंदिर ५० वर्षोंसे भी अधिक पुराना है । यहांके हिंदुओंने कहा कि अतिक्रमण हटानेके पश्चात पुलिसद्वारा बिना किसी पूर्वसूचनाके मंदिरमें ताला लगा दिया गया एवं कार्यकर्ताओंको झूठे अपराधमें बंदी बनाया गया है । हिंदू पुलिस आयुक्त गुलाबराव पोळकीसे मिले, तो उन्होंने कहा कि इस प्रकरणमें पूछताछ कर समस्याका समाधान किया जाएगा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात