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‘बांगलादेश मायनॉरिटी वॉच’के अधिवक्ता रवींद्र घोष को पुलिसद्वारा धमकी

हिन्दु परिवारों को कानूनी सहायता न करने की चेतावनी !

चित्तगाँग (बांगलादेश) : बांगलादेश में अल्पसंख्यक हिन्दु परिवारों पर होनेवाले अत्याचारों को सामने लानेवाले  ‘बांगलादेश मायनॉरिटी वॉच’के अधिवक्ता रवींद्र घोष को चित्तगाँग शहर पुलिस आयुक्त महंमद इक्बाल बाहर इन्होंने धमकी दी । ‘अधिवक्ता घोष को पुलिस की जांच में हस्तक्षेप न करें, साथ ही हिन्दू परिवारों को कानूनी सहायता न करें, एेसी चेतावनी भी दी गर्इ है । (जिहादीयोंद्वारा अल्पसंख्यक हिन्दुआेंपर होनेवाले अत्याचारों के प्रकरण में हिन्दुआें को सुरक्षा प्रदान करने की अपेक्षा पुलिस धर्मांधों को ही सहायता करने की अन्यायकारक बात यहां देखने को मिली है । – सम्पादक, हिन्दुजागृति)

चित्तगाँग के मुरदपूर के कुछ धर्मांधाेंद्वारा हिन्दु परिवारों की जमीन हडपने हेतु उनपर अत्याचार किए जाते है । ‘इन धर्मांधाें के विरोध में न्यायालय में परिवाद दाखिल किया गया; किंतु पुलिस उनके विरोध में कारवार्इ करने के लिए विलंब कर रही है, एेसा आरोप यहां के हिन्दुआें ने किया । इस हिन्दू परिवारों में से एक युवती पर धर्मांधों ने यौन अत्याचार किया; किंतु उस विषय में अपराध प्रविष्ट करने के लिए पुलिस ने इनकार किया । अंत में हिन्दू परिवारों ने ‘बांगलादेश मायनॉरिटी वॉच’के अधिवक्ता रवींद्र घोष को सहायता करने की विनती की । अधिवक्ता घोष ने चित्तगाँग शहर पुलिस आयुक्त महंमद इक्बाल बाहर से फोन कर संपर्क किया एवं हिन्दुआेंपर हो रहे अत्याचारों के विषय में जांच की मांग की । इसके बाद क्रोधित हुए पुलिस अधिकारी ने अधिवक्ता घोष को धमकाया ।

मानवाधिकार संगठनों ने अल्पसंख्यक हिन्दुआें को न्याय दिलाना चाहिए – अधिवक्ता रवींद्र घोष

बांगलादेश के अल्पसंख्यक हिन्दुआें को मानवाधिकार संगठनों ने न्याय दिलाने हेतु प्रयास करने चाहिए, एेसी मांग अधिवक्ता रवींद्र घोष ने की है । (जो सरकार भारत के हिन्दुआें की रक्षा नहीं कर सकती, वो बांग्लादेश के हिन्दुआेंका रक्षण कैसे करेगी ? बांग्लादेश के हिन्दुआें को भारत सरकार की आेर से कोर्इ भी सहायता मिलने की अपेक्षा नही है, यही सिद्ध होता है । इसके लिए अब हिंदु राष्ट्र की स्थापना अनिवार्य है । – सम्पादक, हिन्दुजागृति)

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