बांग्लादेश में असुरक्षित हिन्दू !
ढाका : बांगलादेश के चितगाँग जिले के चंदगाव पोलीस क्षेत्र में कुछ मुसलमान युवकों ने १७ वर्षीय हिन्दु युवती का अपहरण कर उसे निर्जन स्थल ले गए। युवती के अपहरण का समाचार मिलने ही उसके अभिभावकों ने चंदगाव पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की । इस प्रकरण में अपहरण करनेवाले अज्ञातों को पकडने में साथ ही युवती को छुडाने में पुलिस असफल हुर्इ है ।
युवती के अभिभावकों ने ‘बांगलादेश मायनॉरिटी वॉच’ के अधिवक्ता रवींद्र घोष से संपर्क कर उन्हें युवती के अपहरण की घटना के विषयमें जानकारी दी तथा उन्हें सहायता की मांग की । अधिवक्ता रवींद्र घोष ने चितगाव के पुलिस अधिकारी से संपर्क कर युवती की मुक्तता करने की मांग की । साथ ही इस विषय में शीघ्र जांच कर दोषीयों को पकडकर सक्त सजा दिलाने की मांग भी की है ।
इसपर कुछ सूत्र ध्यान में आए जो यहां पर दे रहे है :
१. इस समाचार से पुन: एक बार बांग्लादेश में हिन्दुआें पर हो रहा अत्याचार सामने आया है । केवल ‘बांगलादेश मायनॉरिटी वॉच’ के अधिवक्ता रवींद्र घोष ही हर बार बांग्लादेशी हिन्दुआें के लिए दौडकर आते है । क्या हमे हमारे धर्मबंधुआें पर हो रहे अत्याचारों के प्रति कोर्इ संवेदना नहीं ?
२. आज बांगलादेश इस्लामबहुल राष्ट्र है इसलिए वहां अल्पसंख्यक हिन्दुआेंपर अत्याचार हो रहे है । वहां हिन्दुआेंकी घट रही संख्या का मुख्य कारण है धर्मांधों की जिहादी मानसिकता ।
३. भारत में ‘हिन्दुत्वनिष्ठ’ कही जानेवाली सरकार है। किंतु अब तक का अनुभव देखते हुए भारत सरकार बांग्लादेश तथा पाकिस्तानी हिन्दुआेंकी रक्षा के लिए कुछ ठोस प्रयास नही कर पार्इ है । भारत सरकार ने अब तो बांगलादेश सरकार के पास अल्पंसख्यक हिन्दुआें की सुरक्षा का मुद्दा उठाना चाहिए आैर साथ ही भविष्य में एेसी घटनाएं ना हो इसकी आेर ध्यान दे।
४. भारत में ‘लव जिहाद’ के माध्यम से धर्मांध जिहादी युवक हिन्दु युवतीआें को प्रेमजाल में फंसाकर उनसे निकाह करते है आैर फिर उनका उपयोग केवल अपनी जनसंख्या बढाने के लिए करते है, जिसे हम ‘बच्चे पैदा करने की मशीन’ एेसे भी कह सकते है ।
आप क्या कर सकते है ?
१. हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की सहायता से बांगलादेशी हिन्दुआेंकी रक्षा हेतु अपने जिले/गांव में जिलाधिकारीयों को ज्ञापन प्रस्तुत करें ।
२. आनेवाले समय में स्वयं को ही अपनी रक्षा करनी है, इस के लिए सिद्ध होने हेतु ‘स्वरक्षा प्रशिक्षण’ ले ।
३. रोहिंग्या मुसलमानाें के साथ ही भारत में अवैध रुप से रह रहे बांगलादेशी घुसपैठीयाें को देश से निकालने की मांग भारत सरकार से करें ।