‘सनबर्न फेस्टिवल’ को देश बाहर करें !
हिन्दुत्वनिष्ठों को ऐसा आवाहन करना पड़े, यह बात सरकार के लिए लज्जास्पद है ! ऐसे संस्कृतिद्रोही कार्यक्रमों पर सरकार स्वयं ही पाबंदी क्यों नहीं डालती ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात
पुणे : राज्य में संपन्न होनेवाला ‘सनबर्न फेस्टिवल’ नशीली पदार्थों का मुक्त रूप से सेवन, व्यसनाधीनता तथा उच्छृंखलता को प्रोत्साहित करने के लिए प्रसिद्ध है ! ऐसा फेस्टिवल इस वर्ष दिसंबर २०१७ में यहां के मोशी गांव में आयोजित किया गया था; किंतु हिन्दुत्वनिष्ठ तथा वारकरियोंद्वारा व्यक्त किए गए तीव्र विरोध के कारण संपन्न होनेवाले फेस्टिवल के इस स्थान को निरस्त किया गया है !
अपितु हिन्दूत्वनिष्ठ संघटन ‘सनबर्न’ को देश से बाहर निकाल देने के लिए विविध प्रकार से प्रयास कर रहें हैं !
उसका ही एक भाग के रूप में विविध हिन्दूत्वनिष्ठ ‘व्हॉट्स अॅप’’ तथा ‘फेसबुक’ समान सामाजिक प्रसारमाध्यमों द्वारा संस्कृतिद्रोही ‘सनबर्न’ के विरोध में प्रशासन की ओर वैधानिक परिवाद प्रविष्ट करने हेतु https://grievances.maharashtra.gov.in/mr इस संकेतस्थल को भेंट देकर आवाहन कर रहे हैं कि, ‘सनबर्न के विरोध में अपना ‘निषेध’ प्रविष्ट करें !’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात