पुणे में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से पटाखें विक्रेताओं को ज्ञापन
पुणे : देवता एवं राष्ट्रपुरुषों के चित्र रहनेवाले पटाखों का विक्रय न हो; इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से यहां के पटाखें विक्रेताओं को ज्ञापन प्रस्तुत किये गए। अनेक पटाखें विक्रेताओं ने उसे सकारात्मक प्रतिसाद देते हुए ऐसे पटाखों का विक्रय न करने के संदर्भ में प्रयास करने का आश्वासन दिया !
पटाखें विक्रेताओंद्वारा प्रतिसाद !
श्री लक्ष्मी का अनादर न हो; इस लिये, देवी के चित्र रहनेवाले पटाखें न रखनेवाले श्री. विपुल पवार : श्री लक्ष्मीदेवी का चित्र रहनेवाले पटाखें जलाकार हिन्दू ही हिन्दू धर्म का अनादर कर रहे हैं ! हिन्दुओंद्वारा यह धर्महानि न हो; इसके लिए मैने इस वर्ष देवताओं के चित्र रहनेवाले किसी भी प्रकार के पटाखें विक्रय हेतु नहीं रखे हैं। अतः इसका पटाखों के विक्रय पर किसी भी प्रकार का परिणाम नहीं हुआ है; उल्टे गत २ दिनों में मेरे पास उपलब्ध आधे से भी अधिक पटाखों का विक्रय हो चुका है ! हिन्दू जनजागृति समिति का यह कार्य बहुत अच्छा है और मुझे भी इस कार्य में सम्मिलित होना है ! – श्री. विपुल रघुनाथ पवार, महारुद्र पटाखा मार्ट, धायरीगाव, पुणे
देवताओं के चित्रों का पैरोंतले आना अयोग्य होने की बात बतानेवाले श्री. अक्षय रायकर : श्री लक्ष्मीदेवी का चित्र रहनेवाले तथा अन्य देवताओं के चित्र रहनेवाले पटाखें जलाना हमें भी अयोग्य लगता है। देवताओं के चित्र यथा स्थान पर होना ही महत्त्वपूर्ण है, उनका पैरोंतले आना हिन्दू धर्म के लिए अच्छी बात नहीं है ! हमने केवल प्रदर्शन हेतु हमने हमारे कक्ष पर ये पटाखें रखे हैं ! – श्री. अक्षय रायकर, समस्त गावकरी पटाखा मार्ट, नर्हेगाव (धर्महानि रोकने हेतु देवताओं के चित्र रहनेवाले पटाखों का विक्रय न करने की भूमिका अपनानेवाले सर्वश्री विपुल पवार एवं अक्षय रायकर का अभिनंदन ! अन्यत्र के विक्रेता भी इस आदर्श को सामने रखें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
पटाखें विक्रेता संघ की ओर से चीनी माल का बहिष्कार !
इस वर्ष भारत में चीन के विरोध में मतप्रवाह के बढने से अनेक स्थानोंपर चीनी माल का बहिष्कार किया जा रहा है। सिंहगड मार्ग स्थित पटाखें विक्रेता संघ ने भी इस बार किसी भी प्रकार के चीनी पटाखों की बिक्री न करने का निर्णय घोषित किया है ! (देशप्रेमी भूमिका अपनानेवाले पटाखें विक्रेता संघ का अभिनंदन ! देश के सभी पटाखें विक्रेताओं को इसका अनुकरण करना चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात