पूर्व कांग्रेस नेता शंकर सिंह वाघेला ने आगामी फिल्म ‘पद्मावती’ की रिलीज से पहले हिंदू एवं क्षत्रिय समुदाय के नेताओं के लिए स्क्रीनिंग कराने की मांग की, ताकि वह यह देख सकें कि क्या फिल्म में तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है और ऐसा न करने पर हिंसक प्रदर्शनों की धमकी दी ! क्षत्रिय समुदाय के नेता ने कहा, ‘‘फिल्म के एक दिसंबर को रिलीज होने की उम्मीद है, जिसे देखते हुए मैं चाहता हूं कि संजय लीला भंसाली (फिल्म के निर्माता-निर्देशक) पहले इसे हिंदुओं और साथ ही क्षत्रिय नेताओं को दिखाएं, क्योंकि लोगों को शक है कि इसमें तथ्यों को छेड़छाड़ कर पेश किया गया है !’’
वाघेला ने कहा कि किसी को भी ‘‘सस्ता प्रचार’’ हासिल करने के लिए ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ कर उन्हें अपनी मर्जी के मुताबिक पेश करने की मंजूरी नहीं दी जा सकती। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर फिल्म प्री-स्क्रीनिंग के बिना रिलीज होती है तो गुजरात में हिंसक विरोध प्रदर्शन होंगे और कानून व्यवस्था नियंत्रण से बाहर जा सकती है। अगर लोगों ने कानून अपने हाथों में लिया तो उसके लिए मैं सिनेमाघर मालिकों से पहले ही माफी मांगता हूं !’’
स्त्रोत : जनसत्ता