जयपुर – राजस्थान के मेवात क्षेत्र में पुलिस की सख्ती के बावजूद पशु तस्कर गोमांस की तस्करी के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। गुरुवार को तस्करों ने 4 गायों को एक एसयूवी के अंदर बंद कर दिया और ऊपर से शादी की गाड़ी की तरह फूलों से सजा दिया। इस एसयूवी में पीछे की सीटें निकाल दी गई थीं ताकि गायों को उसके अंदर भरा जा सके। तस्कर गाड़ी को कहीं ले जा रहे थे कि रास्ते में किशनगढ़ बास के पास यह एसयूवी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में 3 गायों की मौत हो गई और एक घायल है।
पुलिस ने बताया कि, ‘कुछ महीने पहले खुली गायों को कानूनी या गैरकानूनी तरीके से खुली जीप और अन्य वाहनों में ले जाया जा रहा था। यह पहला मामला है कि जब गायों की तस्करी के लिए एसयूवी का इस्तेमाल किया जा रहा है।’
उन्होंने बताया कि, एसयूवी का ड्राइवर और तस्कर मौके से फरार हो गए। एसयूवी को जब्त कर लिया गया है और घायल गाय को नजदीक के गोशाला में ले जाया गया है।
यह घटना गोहत्या के संदर्भ में कुछ मन में उत्पन्न करती है…
१. गोतस्करों के मंसूबे बुलंद होते जा रहे है । इन्हें किसी कानून का डर नहीं है । देश के कर्इ राज्यों में गोहत्या प्रतिबंधक कानून होते हुए भी इस प्रकार की घटनाए होना यह पुलिस तथा प्रशासन के लिए क्या शर्मनाक नहीं है ?
२. सर्व समस्याआें का मूल गाय ही है, ऐसा गलत चित्र आज प्रसारमाध्यमों ने समाज के समक्ष खडा किया है । गाय, गोरक्षक एवं पुलिस की क्रूर हत्या करनेवाले कसाइयों पर प्रतिबंध लगाए, ऐसी याचिका प्रविष्ट नहीं होती, परंतु प्राण संकट में डालकर गायों की रक्षा करनेवाले गोरक्षकों पर प्रतिबंध लगाए, ऐसी याचिका प्रविष्ट होती है, इससे बडा दुर्भाग्य क्या हो सकता है ?
३. जो लोग गोरक्षकों को गुंडा कहते है, अब वो गोतस्करों द्वारा हो रही गोहत्याआें पर कुछ क्यों नही बोलते ?, एेसा प्रश्न हिन्दुआें के मन में आता है ।