नई देहली – केरल के एक और अभिभावक ने ‘लव जिहाद’ के एक मामले की एनआईए से जांच की मांग को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। पैरंट ने ‘लव जिहाद’ के जरिए अपनी बेटी के कथित धर्मांतरण और उसे अफगानिस्तान में जिहाद में शामिल होने के लिए लालच दिए जाने का आरोप लगाया है।
नवभारत टाइम्स में छपे समाचार के अनुसार , एक नई याचिका में बिंदू संपत ने दावा किया है कि उनकी बेटी ‘लव जिहाद’ की शिकार हुई है। याचिका में दावा किया गया है कि लव जिहाद की वजह से कई युवा लड़कियां और उनके परिवार तबाह हुए हैं।
बिंदू संपत के वकील ऐश्वर्य भाटी ने कहा, ‘याचिकाकर्ता एक सामान्य और देशभक्त परिवार से आती हैं। उनके 2 बच्चे हैं और उनका बेटा सेना में अफसर है। उनकी बेटी डेंटल कॉलेज में पढ़ती थी और वह कट्टरपंथी इस्लामी साजिश का शिकार बन गई।’ सर्वोच्च न्यायालय सोमवार को चर्चित हदिया धर्मांतरण मामले की सुनवाई करेगा लेकिन संपत की याचिका सोमवार को लिस्टेड नहीं है।
संपत ने कहा, ‘मेरी बेटी निमिषा को प्रेमजाल में फंसाया गया, उसका उत्पीड़न हुआ, गर्भपात के लिए मजबूर किया गया, इस्लाम में धर्मांतरण किया गया और आखिरकार सज्जाद रहमान नाम के व्यक्ती ने उसे छोड दिया। ये सब कुछ तब हुआ जब वह कॉलेज में पढ़ रही थी। मेरी बेटी जब दयनीय स्थिति में थी तो ईसा उर्फ बैक्सन ने उसे शादी के लिए मजबूर किया। ईसा खुद ईसाई से मुस्लिम बनी है।’
संपत के अनुसार, उनकी बेटी संभवतः अफगानिस्तान में है। उन्होंने आशंका जताई कि निमिषा अभी अफगानिस्तान के खोरासान प्रांत में आईएस के कैंप में हो सकती है।
इस बीच नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने केरल में कई युवा हिंदू लड़कियों के इस्लाम अपनाने के मामलों में उभर रहे पैटर्न को लेकर एक सीलबंद रिपोर्ट सर्वोच्च न्यायालय में पेश की है। एनआईए के मुताबिक इन लड़कियों को धर्मांतरण के लिए राजी करने में कई लोगों की साझी भूमिका थी।
यह समाचार पढकर कुछ सूत्र ध्यान में आते है…
१. इतना सब सामने आने के बाद भी महिलाआें पर हो रहे अत्याचारों के विरूद्ध लढनेवाली कथित स्त्रीमुक्ती संघटना इस घटना पर चुप्पी साधे बैठी है ।
२. केरल में लव जिहाद के नाम कई पर लडकियों का धर्मांतरण हो रहा है, एेसा खुद केंद्रीय गृहमंत्री किरण रिजिजू ने कहा था ।
लव-जिहादीयों से बचने हेतु महिला धर्मशिक्षा लें तथा लव-जिहाद के विषय में समाज में जागृती करें । हिन्दू जनजागृति समितीद्वारा लव-जिहाद के विषयमें जानकारी उपलब्ध है । इसे अवश्य पढें एवं अपने मित्र-परिवार को भी शेअर करें : www.HinduJagruti.org