तमिल अभिनेता कमल हासन ने गुरुवार को ‘हिन्दू आंतक’ पर टिप्पणी की थी, इसके बाद शुक्रवार को उनके विरोध में वाराणसी में मानहानि का मामला दर्ज किया गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, इस मामले पर शनिवार को सुनवाई होगी। हासन के विरोध में आईपीसी की धारा ५००, ५११, २९८, २९५(ए) और ५०५(सी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। गुरुवार को हासन ने कहा था कि, दक्षिणपंथी लोग किसी भी हाल में हिन्दू आतंकवाद से इनकार नहीं कर सकते हैं। लेकिन, ये पुरानी रणनीति हार गई और अब वे जो करते हैं, उसमें बल प्रयोग होता है। अब उन्होंने हिंसा फैलाना शुरू कर दिया है। दक्षिणपंथी राजनीति करने वालों पर सीधा निशाना साधते हुए कमल हासन ने कहा था कि पहले दक्षिणपंथी हिन्दू लोग हिंसा में शामिल नहीं होते थे, वे अपने विरोधियों का तर्कों के आधार पर विरोध करते हुए शास्त्रार्थ करते थे।
साथ ही कमल हासन ने कहा था, ‘हिन्दू आतंकवाद की बात कहने वाले लोगों को दक्षिणपंथी चैंलेज नहीं कर सकते हैं, क्योंकि आतंक हिन्दू कैंप में भी पहुंच गया है। इस तरह की आतंकी गतिविधियां उन्हें किसी तरह की मदद नहीं करने वाली।’ कमल हसन ने ये बातें एक तमिल मैगजीन Ananda Vikatan में अपने लेख में लिखी हैं।
२ नवंबर २०१७
कमल हासन कहते है, ‘हिन्दू आतंकवाद’ यह एक सच्चार्इ है’! जिहादी आतंकवाद पर ये कुछ क्यों नहीं बोलते ?
सियासी नाव पर सवार होने की तैयारी में जुटे अभिनेता कमल हासन ने कहा है कि, हिन्दू आतंकवाद अब वास्तविकता बन चुका है और हिन्दू संगठन अपने अंदर इस अतिवाद की मौजूदगी से इनकार नहीं कर सकते हैं। उनके इस विवादित बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने कहा है कि हासन नैतिक रूप से भ्रष्ट हो चुके हैं। इसलिए उनके इस आरोप को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है।
‘आनंद विकतन’ नामक साप्ताहिक समाचार पत्र में अपने नियमित कॉलम में हासन ने लिखा है, ‘गुजरे जमाने में हिन्दू संगठक अन्य धार्मिक समूहों के साथ अपने विवादों पर सिर्फ बौद्धिक बहस किया करते थे, लेकिन जैसे ही यह तरीका नाकाम होने लगा, वे बाहुबल का सहारा लेने लगे और अब उन्होंने हिंसा का रास्ता अख्तियार कर लिया है। अब हिन्दू संगठन दूसरे समूहों के अतिवाद पर उंगली नहीं उठा सकते हैं क्योंकि उनके अंदर भी इसी तरह के तत्व मौजूद हैं।’
यह वृत्त पढकर कुछ विचार मन में आते है…
१. हम कमल हासन से पूछना चाहते है कि, आज संपूर्ण विश्व में इस्लामी आतंकवाद पांव पसार रहा है। किंतु कमल हासन उसके विषय में कुछ क्यों नहीं बोलते ? केवल हिन्दुआें को लक्ष्य कर राजनीति में पैर रखने के लिए यह अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण है, एेसे ही उनके इस वक्तव्य से लगता है।
२. मालेगांव बमविस्फोट, समझौता एक्सप्रेस बमविस्फोट आदि जो आक्रमण हुए उनमें यही सिद्ध हुआ कि, काँग्रेस ने ही तुष्टीकरण के लिए ‘हिन्दू आतंकवाद’ की संकल्पना सामने लार्इ । निष्पाप हिन्दुआें को कर्इ वर्षां तक जेल में रहना पडा।
३. अभी तक भारत में हुए आतंकवादी आक्रमण में आतंक का एक ही धर्म सामने आते रहा है, क्या कमल हासन यह नहीं जानते ?
४. इससे पहले भी कमल हासन ने महाभारत का अपमान कर हिन्दुआें की धार्मिक भावनाआें को ठेस पहुंचार्इ थी । इससे उनका हिन्दुद्वेष ही स्पष्ट रूप से दिखार्इ देता है ।
आप क्या कर सकते है ?
१. हिन्दुद्रोही कमल हासन के सभी फिल्मों पर बहिष्कार डालें ।
२. फेसबूक, ट्वीटर के माध्यम से उनके द्वारा दिए गए वक्तव्य का विरोध करें । साथ ही अपने मित्र-परिवार में इस विषय में जागृति करें !