जयपुर : पुष्कर घूमने आया इटली का जाॅनी अब नागा साधु जाॅनीगिरी बन गए है । जाॅनी को यहां की हिन्दू संस्कृति के साथ ही नागा बाबाओं के अखाडों ने इतना प्रभावित किया कि, उसने दीक्षा ही ग्रहण कर ली और खुद भी नागा साधु बन गए ।
पुष्कर में चल रहे मेले में घूमने आए जाॅनी को नागा बाबा की साधना ने खासा प्रभावित किया । जॉनी ने मीडिया को बताया कि, वह तीन चार साल पहले भी पुष्कर मेले में आया था । तभी से उसके मन में साधू बनने के विचार चल रहे थे । इस बार उसने अपनी भावना नागा बाबा के अखाड़े में जाकर व्यक्त की ।
बाबा ने इसे स्वीकारते हुए उसे दीक्षा दी । गुरूवार को उसने गृहस्थ जीवन का त्याग करके मुंडन करवाया और तीर्थ सरोवर की पूजा-अर्चना कर जगतपिता ब्रह्मा के दर्शन किए और जाॅनी से जाॅनीगिरी बन गया ।
इस समाचार से यह ध्यान में आता है कि,
१. एक आेर हिन्दू धर्म के प्रति विदेशी लोगों में विश्वास, सन्मान एवं आस्था बढ रही है । तो दूसरी अोर हिन्दू स्वयं अपने धर्म में मनाए जानेवाले त्यौहारों, परंपराआें का मजाक उडाते हैं । यह लोग स्वयं को ‘फारवर्ड’ कहलाने के लिए पूजा-अर्चा करना यह सब पिछडापन हैं, एैसा समझते है ।
२. आज हिन्दुअों को धर्मशिक्षा न मिलने के कारण उनकी यह स्थिती हो गर्इ है । वही विदेशी लोग हिन्दू धर्म का अभ्यास कर उसे आचरण में लाकर अपना जीवन आनंदमय बनाने का प्रयास कर रहे है ।
३. हिन्दुआें धर्मशिक्षा लेकर अपने महान धर्म के प्रति गर्व महसुस करें ! आगे दिए गए लिंक पर धर्मशिक्षा की जानकारी पाएं तथा यह जानकारी शेअर करें : https://www.hindujagruti.org/hindi/hinduism