जोधपुर के ‘जबरदस्ती धर्म परिवर्तन’ के मामले में शामिल लड़की के परिजनों का कहना है कि, वो ‘भजन-कीर्तन करने वाली लड़की’ थी । २२ वर्षीय पायल सिंघवी जो स्वयं को अब आरिफा बताती हैं, प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती थीं । उनके परिवार का कहना है कि, उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि, एक दिन वो घर से चली जाएगी और अपने ही परिवार को पहचानने से इनकार कर देगी । वहीं पायल के पति फैज मोदी मीडिया से बातचीत नहीं कर रहा है । पायल के २६ वर्षीय भाई चिराग ने बताया, “बुधवार को जब वो न्यायालय में आई तो उसने हमें पहचानने से भी इनकार कर दिया । बेहद प्यार करने वाले माता-पिता के होते और अपने पिता के संग साईं बाबा के मंदिर में भजन-कीर्तन करने वाली लड़की ऐसा कैसे कर सकती है ? उसका ब्रेनवाश कर दिया गया है ।”
चिराग के दोस्त सोमेंद्र शर्मा ने एक वीडियो दिखाया जिसमें पायल जोधपुर स्थित अपने घर में भजन गा रही है । उन्होंने बताया कि, पायल रोज सुंदरकाण्ड का पाठ करती थी । परंतु बुधवार (२ नवंबर) को जब वो न्यायालय में आयी तो उसने हिजाब और अबाया (एक तरह का बुरका) पहन रखा था । पायल के परिवार ने पुलिस में दर्ज अपनी शिकायत में कहा है कि, फैज मोदी ने पायल की कुछ तस्वीरें खींच रखी थीं जिनसे वो उसे ब्लैकमेल करता था । चिराग के दोस्त सोमेंद्र ने कहा, “ये साफ-साफ लव जिहाद का मामला है । इसका तरीका भी ब्लू व्हेल गेम और इस्लामिक स्टेट में भर्ती जैसा ही है ।” सोमेंद्र ने कहा कि, ऑनलाइन गेम में आदमी अजनबी का आदेश मानने पर मजबूर हो जाता है और ऑनलाइन चैट से आतंकवादी संगठन आईएस में शामिल हो जाता है क्योंकि उसका ब्रेनवाश कर दिया जाता है । सोमेंद्र ने कहा, “इस मामले में भी ऐसा ही ब्रेनवाश हुआ है ।”
चिराग और सोमेंद्र ये नहीं मानते कि, पायल को फैज से प्यार हो गया था । न्यायालय में जमा किए गए दस्तावेज के अनुसार धर्म परिवर्तन और निकाह के लगभग छह महीने बाद २५ अक्टूबर को पायल ने घर छोड़ दिया । चिराग कहते हैं, “वो लड़का कहीं से आकर्षक नहीं है । उसके पास नौकरी भी नहीं है ।” चिराग के पिता पुजारी हैं । वो मोबाइल फोन की दुकान भी चलाते हैं । पायल ने बीकॉम तक की पढ़ाई की है । वो राजस्थान लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी कर रही थी । चिराग ने बताया कि उसकी फैज से एक बार केवल पांच-छह महीने पहले बातचीत हुई थी । उस समय पायल और फैज एक ही स्कूल में पढ़ते थे । चिराग ने बताया, “वो उससे एक साल पीछे था । उसने शिकायत की थी कि वो उसे छेड़ता है और पीछा करता है । हमने उसके पिता ऐजाज़ मोदी से शिकायत की थी तो उन्होंने माफी मांगी थी ।”
राजस्थान उच्च न्यायालय ने पायल के परिजनों की याचिका पर सुनवाई करते हुए जोधपुर के प्रताप नगर पुलिस थाने के मामले में शिकायत दर्ज करने और जांच का आदेश दिया था । सोमवार (३० अक्टूबर) को फैज मोदी के विरोध में अपहरण, छेड़खानी, जबरदस्ती शादी करने और ब्लैकमेल करने का मामला दर्ज किया गया । न्यायालय ने पायल को एक हफ्ते के लिए नारी निकेतन में रहने के लिए भेज दिया है । न्यायालय ने फिलहाल किसी भी पक्ष के पायल से मिलने पर रोक लगा दी है ।
न्यायालय में किए गए दावे के अनुसार लड़की १४ अप्रैल को निकाह कर चुकी थी परंतु वो २५ अक्टूबर तक अपने माता-पिता के साथ थी । न्यायालय ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, “…फिर एक समुदाय से दूसरे समुदाय में धर्म परिवर्तन अप्रैल में कैसे हुआ ?” फैज मौदी के जोधपुर स्थिति आवास पर खुद को उसकी बहन बताने वाली लड़की ने कहा कि फैज और उसके पिता घर पर नहीं है । फैज के परिवार का कोई भी सदस्य मीडिया से बात नहीं करना चाहता । वहीं विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने उच्च न्यायालय के सामने प्रदर्शन किया ।
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