युनायटेड किंगडम का यह निर्णय अभिनंदनीय है ! आज भारत के भी युवा वर्ग को पॉर्न की लत लगी हुर्इ है । इंटरनेट के कारण बच्चों से लेकर वयस्क व्यक्ति आज पॉर्न देख रहे है। इस कारण देश में महिलाआें की आेर देखने का पुरुषों का रवैया भी बदल गया है। इसका परिणाम बलात्कार की संख्या में वृद्धि हो रही है । एेसे विपरित परिणाम करनेवाले सार्इट्स आखिर चाहिए ही क्यों ? भारत में सरकार ने सभी पॉर्न सार्इट्सपर प्रतिबन्ध लगाना चाहिए, जिससे बलात्कार की समस्या भी कम हो सकती है, एेसे जनता को लगता है । – सम्पादक, हिन्दूजागृति
युनायटेड किंगडम : यहां पॉर्न देखनेवालों पर जल्द ही नया नियम लागू होनेवाला है । लोगों ने उनकी सभी जानकारी देने के बाद ही उन्हें पोर्नोग्राफी देखते आएगी । १८ वर्ष से कम आयु के बच्चों ने पॉर्न न देखे इस हेतु यह नियम लागू किया जा रहा है । डिजिटल इकॉनॉमी अॅक्ट के अनुसार पॉर्न साईट्स का उपयोग करने से पूर्व प्रथम अपनी व्यक्तिगत जानकारी देनी होगी। पॉर्न साईट की आेर से व्ह्यूव्हर्स की जानकारी न लेनेवाले साईट्स इंटरनेट सर्व्हिस प्रोव्हाइडर की आेरसे बन्द किए जाएगे । इसलिए पॉर्न सार्इट के मालिकों को भी यह नियम कठोरता से अमल में लाना आवश्यक है।
पॉर्न देखने हेतु एक सिस्टीम तयार की गर्इ है जिसमें पहले साईन इन करना आवश्यक है। साईन इन करने के बाद आपको आपकी प्रोफाईल यहां बनाती आएगी, जिसमें आपकी सभी निजी जानकारी रहेगी। पोर्न साईट पर अपनी व्यतिगत जानकारी शेअर करना धोकादायक है, एेसी प्रतिक्रिया तज्ञों की आर से व्यक्त की जा रही है । हॅकर्स के हाथ में एेसी जानकारी मिली तो संंबंधित व्यक्ती धोके में आ सकती है ।
स्त्रोत : www.thesun.co.uk