बांग्लादेश में असुरक्षित हिन्दू !
फेसबुक पर गलत पोस्ट डालने की अफवाह के बाद जिहादीयों की भीड ने बांग्लादेश में हिन्दुआें के ३० घरों को आग लगा दी जबकि हिंसक भीड को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने गोली चलायी जिससे इस हादसे में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गयी । जागरण रिपोर्ट के अनुसार यह घटना राजधानी से लगभग ३०० किलोमीटर दूर रंगपुर जिले के ठाकुरपाड़ा गांव में कल (१० दिसंबर) हुई। मारे गये व्यक्ति की पहचान हमीदुल इस्लाम नाम से हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने रबड की गोलियां चलायी और आंसु गैस के गोले छोडे जिसमें पांच लोग घायल हो गए । ठाकुरबाडी गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने कुछ दिन पहले फेसबुक पर अपमानजनक पोस्ट करने की अफवा फैली थी और इस कारण धर्मांध गुस्से में थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग २०००० लोगों की भीड़ छह से सात पड़ोसी गांवों से इकट्ठी हुई थी, इन्हीं में से एक समूह ने गांव पर हमला किया था। ऐसे में पुलिस प्रदर्शनकारियों की इतनी बड़ी भीड़ से निपटने और क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति बहाल करने की स्थिति में नहीं थी।
पुलिस ने इस हिंसा के मामले में 33 लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं पुलिस कार्रवाई के विरोध में भीड़ ने रंगपुर-दिनाजपुर राजमार्ग को अवरुद्ध किया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। क्षेत्र में तनाव की स्थिति को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। हिंसा की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई है, जो सात दिन में एक रिपोर्ट देगी।
इसपर कुछ सूत्र ध्यान में आए जो यहां पर दे रहे है :
१. इस समाचार से पुन: एक बार बांग्लादेश में हिन्दुआें पर हो रहा अत्याचार सामने आया है । क्या हमे हमारे धर्मबंधुआें पर हो रहे अत्याचारों के प्रति कोर्इ संवेदना नहीं ?
२. आज बांगलादेश इस्लामबहुल राष्ट्र है इसलिए वहां अल्पसंख्यक हिन्दुआेंपर अत्याचार हो रहे है । वहां हिन्दुआेंकी घट रही संख्या का मुख्य कारण है धर्मांधों की जिहादी मानसिकता।
३. भारत में ‘हिन्दुत्वनिष्ठ’ कही जानेवाली सरकार है। किंतु अब तक का अनुभव देखते हुए भारत सरकार बांग्लादेश तथा पाकिस्तानी हिन्दुआेंकी रक्षा के लिए कुछ ठोस प्रयास नही कर पार्इ है । भारत सरकार ने अब तो बांगलादेश सरकार के पास अल्पंसख्यक हिन्दुआें की सुरक्षा का मुद्दा उठाना चाहिए आैर साथ ही भविष्य में एेसी घटनाएं ना हो इसकी आेर ध्यान दे।
४. कल ही सामने आए वार्ता में भारत-बांग्लादेश के बीच ‘बंधन एक्सप्रेस’ नाम की ट्रेन शुरु हुर्इ है। बांग्लादेश में हिन्दुआेंपर हो रहे अत्याचरों को देखते हुए एेसी सुविधा शुरु करना यह अत्याचारित हिन्दुआें के जख्म पर नमक छिडकने जैसा नहीं ?
आप क्या कर सकते है ?
१. हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की सहायता से बांगलादेशी हिन्दुआेंकी रक्षा हेतु अपने जिले/गांव में जिलाधिकारीयों को ज्ञापन प्रस्तुत करें ।
२. आनेवाले समय में स्वयं को ही अपनी रक्षा करनी है, इस के लिए सिद्ध होने हेतु ‘स्वरक्षा प्रशिक्षण’ ले ।