नियमों का उल्लंघन करने पर केवल नाराजगी न जताते हुए भन्साली पर कारवार्इ होना अपेक्षित है, एेसी जनता की मांग है ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति
संजय लीला भंसाली ने अपनी विवादों में चल रही फिल्म ‘पद्मावती’ को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सेंसर बोर्ड) के पास होने से पहले ही फिल्म की एक प्राइवेट स्क्रीनिंग कर दी ! इस बात का पता चलने पर सेंसर बोर्ड भंसाली से काफी नाराज है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, भंसाली ने कुछ राजपूत समूहों और कुछ अन्य लोगों के लिए अपनी इस विवादित फिल्म की एक स्पेशल स्क्रीनिंग का आयोजन किया। फिल्म की इस स्पेशल स्क्रीनिंग से सेंसर बोर्ड के कुछ बड़े अधिकारी काफी नाराज हो गए हैं क्योंकि फिल्म को अभी तक सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट नहीं मिला है !
सेंसर बोर्ड के चेयरमैन प्रसून जोशी ने कहा, ‘यह काफी निराशाजनक है कि मीडिया और कुछ अन्य लोगों के लिए पद्मावती की स्पेशल स्क्रीनिंग की गई और नैशनल चैनलों पर उसका रिव्यू किया जा रहा है जबकि सेंसर बोर्ड ने न तो अभी तक फिल्म देखी है और न ही उसको सर्टिफिकेट दिया है ! इंडस्ट्री के चले आ रहे नियम-कायदों के साथ समझौता है। एक तरफ सेंसर बोर्ड को फिल्म को सर्टिफिकेट में देरी करने के लिए दोषी ठहराया जा रहा है और दबाव बनाया निरीक्षण जा रहा है, दूसरी तरफ नियमों को धता बता कर फिल्म की स्क्रीनिंग की जा रही है !’
फिल्म के सर्टिफिकेशन में हो रही देरी के मुद्दे पर जोशी ने कहा, ‘पद्मावती के रिव्यू के लिए इसी हफ्ते आवेदन आया था। फिल्ममेकर्स ने भी माना है कि पेपरवर्क पूरा नहीं किया गया। इस फिल्म में यह डिस्क्लेमर नहीं दिया गया था कि फिल्म फिक्शन है या ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित है। जब सेंसर बोर्ड ने जरूरी डॉक्यूमेंट मांगे तो उल्टा यह आरोप लगाया जा रहा है कि बोर्ड के तरफ से फिल्म को सर्टिफिकेट देने में देरी की जा रही है !’
सेंसर बोर्ड के उच्च अधिकारियों ने यह भी बताया, ‘जिस तरह फिल्म देखने के बाद लोग अपने व्यू दे रहे हैं उससे यह नहीं कहा जा सकता कि यह एक प्राइवेट स्क्रीनिंग थी। यह गलत है। पब्लिक और प्राइवेट स्क्रीनिंग में अंतर होता है। सेंसर बोर्ड मेकर्स के इस एटिट्यूड से बिल्कुल भी खुश नहीं है !’
स्रोत : नवभारत टाईम्स