राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार द्वारा स्कूलों के शिक्षकों और छात्रों को जयपुर मेले में ले जाने के निर्देश दिए गया हैं ताकि वे वहां पर लव जिहाद के बारे में जानकारी लेकर उससे सतर्क रह सकें, ईसाइयों के षडयंत्र की किताब खरीद सकें, शाकाहारी बनने की शपथ लें और गाय को राष्ट्रीय माता घोषित करने के लिए चलाए जा रहे अभियान पर अपने साइन करें। इसकी पुष्टि करते हुए जयपुर एडिशनल एडुकेशन ऑफिसर दीपक शुक्ला ने कहा कि मेले के आयोजनकर्ताओं की मदद करने के लिए राज्य के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों से मेले में बच्चों की उपस्थिति दर्ज कराने के लिए कहा गया है।
शुक्ला ने बताया कि यह निर्देश प्राइमरी एंड सेकेंडरी एडुकेशन मिनिस्टर वसुदेव देवनानी द्वारा दिए गए हैं। शुक्ला ने बताया कि इस मेले के आयोजनकर्ता हिंदू अध्यात्मिक और सेवा मेला ने खुद ही सरकारी और प्राइवेट स्कूलों से संपर्क किया था लेकिन स्कूलों का कहना था कि जब तक हमें आदेश नहीं मिलेंगे तब तक वे बच्चों और शिक्षकों को मेले में नहीं भेजेंग, इसलिए माननीय मंत्री जी द्वारा निर्देश दिए जाने के बाद अब आयोजनकर्ताओं की मदद हो पाएगी। फिलहाल इस मामले में देवनानी के कार्यालय से संपर्क नहीं हो पाया है। वहीं दीपक शुक्ला ने बताया कि आयोजनकर्ता चाहते हैं कि मेले में २१०० शिक्षक शामिल हों इसलिए हमने सभी स्कूलों से दो या तीन शिक्षकों को इस मेले में भेजने के लिए कहा है।
इस मामले पर बात करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी रतन सिंह ने कहा कि इस मेले में भाग लेना अनिवार्य नहीं है। इससे पहले भी संगठन और एनजीओ स्कूलों से संपर्क करते रहे हैं ताकि छात्रों को सीखने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके। २० नवंबर को जयपुर में होने वाला यह पांच दिवसीय मेला तीसरी बार आयोजित किया जा रहा है। इस मेले का उद्देश्य है कि समाज के लिए सेवा करने वाले संगठनों को एक प्लैटफॉर्म मिल सके जिससे समाज सुधार में कार्य किया जा सके। इस मेले में विश्व हिंदू परिषद का भी एक स्टॉल लगेगा जिसमें लव जिहाद से बचने के लिए पेमप्लेट्स बांटे जाएंगे। इन पेमप्लेट्स के अनुसार इसमें अभिनेता सैफ अली खान और आमिर खान का भी जिक्र किया गया है जिन्होंने हिंदू लड़कियों से शादी की। साथ ही इसमें यह भी कहा गया है कि दूसरा धर्म अपनाने से तो अच्छा है कि मर जाएं।
स्त्रोत : जनसत्ता