इसिस में सहभागी होनेवाले जिहादीयों पर तथा कश्मीर में आतंक मचानेवाले देशद्रोहीयों पर गोलियां चलाने के लिए मुलायम सिंह यादव क्यों नही कहते ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति
लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने अपनी पार्टी को आज भी मुसलमानों का समर्थन प्राप्त होने का दावा करते हुए कहा कि, वर्ष १९९० में अपने मुख्यमंत्रित्व काल में देश की एकता के लिए कारसेवकों पर गोलियां चलवायीं । उसमें २८ लोग मारे गए । अगर और मारने होते तो हमारे सुरक्षाबल और मारते । उन्होंने दावा किया कि, आज हम आपको गोपनीय बात बता रहे हैं । अगर हम मस्जिद नहीं बचाते तो, उस दौर के कई मुस्लिम नौजवानों ने हथियार उठा लिए थे । उन्होंने (मुस्लिम) कहा कि, जब हमारा पूजास्थल नहीं रहेगा तो देश हमारा कैसे होगा ? इन सवालों को आपको जानना होगा ।
मुलायम सिंह यादव ने कहां कि, पिछले विधानसभा चुनाव में सपा के नेता उनका वोट नहीं डलवा सके । अगर वोट डलवा दें तो मुसलमान सपा को उसी तरह का वोट दे रहा है, जितना पहले दे रहा था । जिन मुसलमानों ने वोट दिया उनमें से ९० प्रतिशत ने सपा को ही दिया । (धर्म निरपेक्ष भारत में धर्म के आधार पर वोट बँक बनानेवाले राजनीतिक दल ! सपा वोट देनेवाले हिन्दुआें को क्या यह बात ज्ञात है ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति)
पिछले विधानसभा चुनाव में सपा को महज ४७ सीटें मिलने को ‘शर्म की बात‘ करार देते हुए उन्होंने कहा कि, अयोध्या में गोली चलवाने के बाद भी १९९३ के विधानसभा चुनाव में सपा १०५ सीटें जीत गयी थी और फिर उसकी सरकार बन गयी थी ।
स्त्रोत : NDTV