काहिरा : मिस्र के अशांत उत्तरी सिनाई में आतंकवादियों ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान एक मस्जिद पर बम हमला किया, जिससे कम से कम ३०५ नमाजियों की मौत हो गई और १०९ अन्य घायल हो गए । सूत्रों के अनुसार, अलआरिश शहर के अल रौदा मस्जिद के समीप यह बम रखा गया था, जो नमाज के दौरान फट गया ।
समाचार एजेंसी एमईएनए के अनुसार, चार वाहनों में सवार बंदूकधारियों ने मौके से भागने का प्रयास कर रहे लोगों पर गोलियां भी चलाईं ।
मिस्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता खालिद मुजाहिद ने इस घटना को ‘आतंकी हमला’ करार दिया । एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, ऐसा लगता है कि जिन लोगों को निशाना बनाया गया है, वे सुरक्षा बलों के समर्थक हैं । स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मस्जिद में सूफी विचार को मानने वाले आते थे ।
मिस्र के उत्तरी सिनाई में जनवरी, २०११ की क्रांति के बाद से ही कई हिंसक हमले हुए हैं । जनवरी, २०११ में हुई क्रांति से राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक की सत्ता चली गई थी । वर्ष २०१३ में मोहम्मद मुर्सी को राष्ट्रपति पद से अपदस्थ किए जाने के बाद उत्तरी सिनाई में हमलावरों ने पुलिस और सेना को निशाना बनाया है । इसके बाद से ७०० से अधिक सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं । सेना ने इलाके में सैन्य अभियान शुरू कर रखा है, संदिग्धों को गिरफ्तार किया और आतंकवादियों के मकानों को ध्वस्त कर दिया । मिस्र में इस साल कई आतंकी हमले हुए हैं ।
बीते २६ मई को मिस्र के मध्य क्षेत्र में ईसाई समुदाय के लोगों को ले जा रही बस पर बंदूकधारियों ने हमला किया गया था, जिसमें कम से कम २८ लोग मारे गए थे और २५ अन्य घायल हो गए । अलेक्जेंड्रिया और टांटा में गिरजाघरों को निशाना बनाकर बीते ९ अप्रैल को दो आत्मघाती हमले हुए थे, जिनमें ४६ लोग मारे गए थे ।
स्त्रोत : वेब दूनिया