मरावनपुलावू सच्चिदानंदन् द्वारा धर्मपरिवर्तन रोकने का प्रयास !
भारत का एक भी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन एवं केंद्र सरकार हिन्दुओं के धर्मपरिवर्तन के विषय में कुछ भी नहीं करते, यह संगठन एवं सरकार के लिए लज्जाजनक ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात
चेन्नई : श्रीलंका के चिदंबरमपुरम् में ईसाई मिशनरियों द्वारा हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन कार्य चल रहा है । चिदंबरमपुरम् श्रीलंका का एक द्वीप है, जहां पर ३०० हिन्दू परिवार सिंहली नागरिकों के साथ निवास कर रहे हैं । इनमें ११ परिवारों का धर्मपरिवर्तन करने में मिशनरी सफल सिद्ध हुए हैं । वहां के लगभग १५४ हिन्दू परिवारों का धर्मपरिवर्तन करने का मिशनरियों का नियोजन है । इस विषय में जानकारी प्राप्त होते ही श्रीलंका में हिन्दुओं की रक्षा के लिए कार्य करनेवाले नेता श्री. मरावनपुलावू सच्चिदानंदन् ने वहां प्रस्थान किया है ।
श्री.सच्चिदानंदन् एवं हिन्दू मक्कल कत्छी के (हिन्दू जनता पक्ष के) श्री. रामा रविकुमार ने वहां के हिन्दुओं में धर्मपरिवर्तन के विरोध में जागृति करने का कार्य आरंभ किया है तथा धर्मपरिवर्तित हिन्दू परिवारों को पुनः हिन्दू धर्म में लाने के लिए वे प्रयास कर रहे हैं ।
१९ नवंबर से संपन्न कंदा सष्टी सप्ताह के उपलक्ष्य में उन्होंने चिदंबरमपुर में निवास करना चाहा है । उन्होंने पलानी मुरुगन मंदिर के मुख्य न्यासियों से भेंट कर उनसे विचार-विमर्श आरंभ किया है । इस कालावधि में वे वहां के हिन्दू परिवारों से भेंट करेंगे तथा धर्मपरिवर्तन रोकने के लिए प्रयास भी करेंगे ।
श्रीलंंका में हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन रोकने के लिए हिन्दुओं के घर पर नंदीध्वज फहराने का उपक्रम
छेट्टीकुलम् (श्रीलंका) : श्रीलंका में हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन रोकने के लिए हिन्दुओं के घर पर नंदीध्वज फहराने का उपक्रम आरंभ किया गया है । इस उपक्रम के आंतरिक १९ नवंबर को छेट्टीकुलम् महामार्ग पर ६० फीट उंचा नंदीध्वज फहराया गया तथा इस नंदीध्वज के माध्यम से ऐसी चेतावनी दी गई है कि यह पवित्र शिवभूमि है । यहां अन्य धर्मियों द्वारा हिन्दुओं का परिवर्तन किया गया, तो उसके गंभीर परिणाम भुगतने पडेंगे !
श्री. मरावनपुलावू सच्चिदानंदन् की उपस्थिति में १५६ घरों के समक्ष नंदीध्वज फहराए गए । छेट्टीकुलम् विभाग के मुकंथकुलम् मेें प्रत्येक शैव घर के समक्ष नंदीध्वज फहराया गया । इस अवसर पर शैव परिवारवालों ने शिवस्तुति करनेवाले श्लोकों का पठन किया । सेल्वापुरम् एवं मन्नार में इस प्रकार का उपक्रम चलाया जाएगा । विदेश के कुछ हिन्दुुत्वनिष्ठों ने श्रीलंका के इस उपक्रम का समर्थन किया है ।
संदर्भ : दैनिक सनातन प्रभात