गोवा के चित्रपटगृहों के स्वामी तथा भाजपा के विधायक श्री. प्रवीण झांट्ये को ज्ञापन प्रस्तुत
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पणजी : राजस्थान राजपूत समाज एवं राष्ट्रप्रेमी नागरिकों ने गोवा के चित्रपटगृहों के स्वामी तथा भाजपा के विधायक श्री. प्रवीण झांट्ये से भेंट कर उनसे पद्मावती चित्रपट में दर्शाए गए आपत्तिजनक दृश्य हटाए बिना राज्य में चित्रपट प्रदर्शित न करने की मांग की।
इस ज्ञापन में कहा गया है कि प्राचीन समय में हिन्दू परिवार की कुलीन औरतें समाज के सामने नृत्य तथा गीत नहीं प्रस्तुत करती थीं, अपितु वे समय आने पर हाथ में तलवार लेकर शत्रु को नचाने के लिए विवश करनेवाली वीरांगनाएं थीं। ऐसा जाज्वल्य एवं शौर्य का महान इतिहास होते हुए उसे तोडमरोड कर भन्साली ने चित्रपट के घूमर गीत में महारानी पद्मावती को नृत्य करते हुए दर्शाया है। यह रानी पद्मावती का भयंकर अपमान है। अभिव्यक्ति एवं कला स्वातंत्र्य चित्रपट निर्माता को किसी भी प्रकार से इतिहास में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं देती। यदि ऐसा किया, तो वह घटनादत्त अधिकारों का अनुचित उपयोग एवं भारतीय दंड संहिता की धारा २९५ अ के अनुसार दंडनीय अपराध है !
भन्साली एवं कला स्वातंत्र्य के समर्थकों को यह ध्यान में रखना चाहिए कि कला का स्वातंत्र्य जितना महत्वपूर्ण है, इतिहास भी उतना ही महत्वपूर्ण है एवं मन पर अंकित की गई प्रतिमा, श्रद्धा तथा सम्मान को भी उतना ही महत्व है !
संदर्भ : दैनिक सनातन प्रभात