कश्मीर घाटी में जब भारतीय सेना आंतकीयों के विरोध में अभियान चलाती है ताे वहां के धर्मांध, आतंकीयों को बचाने के लिए सेना पर पत्थरबाजी कर आतंकीयों को भगाने में मदत करते है । कल तक जो स्थिती केवल कश्मीर में थी आज वह उत्तर प्रदेश में हो रही है ! अगर समय पर ही कश्मीरी धर्मांधों को सजा दी होती तो आज यह दिन देखना नही पडता ! अभी भी समय है, प्रशासन एेसे देशद्रोहीयों पर जल्द से जल्द कडी कारवार्इ करें, एेसी जनता की अपेक्षा है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
आरएसएस नेता रविंदर गोसाईं की हत्या की जांच के दौरान हत्यारोपी को हथियार की आपूर्ति करने वाले संदिग्ध बदामाश की तलाश में गई पुलिस टीम पर गांव वालों ने ही आक्रमण किया। ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर गोलिबारी भी की, जिसमें एक सिपाही को गोली लगी है। सिपाही की हालत गंभीर बताई जा रही है।
एनआइए को गाजियाबाद के थाना भोजपुर में स्थित गांव नहाली में एक बदमाश के होने की जानकारी मिली थी। इसके आधार पर एनआइए गाजियाबाद पुलिस के साथ रविवार को तडके बदमाश को उठाने के लिए गांव में दबिश देने गई थी।
किंतु इस दौरान बड़ी संख्या इकट्ठा हुए गांव के पुरुषों और महिलाओं ने पुलिस टीम पर आक्रमण कर दिया। मौके का फायदा उठाकर ग्रामीणों के बीच से कुछ लोगों ने पुलिस पर फायरिंग भी की। इसके बाद ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस के काम को बाधित करने के उद्देश्य से कई जगहों पर रोड भी जाम कर दिया।
गाजियाबाद पुलिस और एनआइए के जवानों को भी आत्मरक्षा में गोलियां चलानी पड़ीं। गायिजाबाद पुलिस में कांस्टेबल तहजीब खान के पैर में गोली लगी है। पुलिस का एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। मामले में गिरफ्तार किए गए दो संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
आरएसएस नेता रविंदर गोसाईं की लुधियाना में की गई हत्या में इस्तेमाल हथियार की आपूर्ति करने के संदेह में एनआइए नहाली गांव के रहने वाले मलूक की तलाश है। मलूक की तलाश में एनआइए की टीम ने यूपी पुलिस के साथ शनिवार और रविवार की दरमियानी रात मेरठ में भी छापेमारी की थी।
स्त्रोत : आज तक