सांसद प्रताप सिम्हा गिरफ्तार, देर रात हुए रिहा
कर्नाटक के काँग्रेस सरकार की हिन्दुद्रोही पुलिस !
हनुमान जयंती शोभायात्रा को अनुमती न देनेवाली पुलिस भारत की है या पाकिस्तान की ? पुलिस ने क्या एेसा साहस कभी अन्य धर्मियों के जुलूस पर किया होता ? – सम्पादक, हिन्दूजागृति
मैसूरु : जिले के हुणसूर में हनुमान जयंती समारोह में भाग लेने आए सांसद प्रताप सिम्हा सहित १०० से अधिक लोगों को पुलिस ने रविवार सुबह हिरासत में लेने से तनावपूर्व स्थिति उत्पन्न हो गई । पुलिस ने गांव में इस अवसर पर शोभायात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी, जिसकी वजह से आयोजकों को कार्यक्रम रद्द करने पर विवश होना पड़ा । देर रात सभी को थाने से रिहा कर दिया गया ।
गांव में हनुमान जयंती के मौके पर कुछ इलाकों में हिन्दुआें ने सडक़ों पर ‘जय हनुमान’ के नारे लगाने की वजह से कई दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं । उन्होंने जब शोभायात्रा निकालने का प्रयास किया तो पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी, जिससे कुपित लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की ।
पुलिस ने कहा कि, जब उन लोगों ने कस्बे के संवेदनशील इलाके में स्थित हनुमान मंदिर पर शोभायात्रा निकालने की कोशिश तो उन्होंने एहतियात के तौर पर १०० से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया । इस बीच सांसद प्रताप सिम्हा कस्बे में पहुंचे तो पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कस्बे के बाहरी इलाके में ही उनको रोक कर हिरासत में ले लिया ।
इस आयोजन के मद्देनजर शनिवार की रात से ही कस्बे में डेरा डालने वाले जिला पुलिस अधीक्षक रवि चेन्ननवर ने शोभा यात्रा निकालने की कोशिश कर रहे 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लेने के आदेश दिए लेकिन बाद में उनकी संख्या बड़ती रही । उन्होंने कहा कि पुलिस ने शांतिपूर्ण हालात बहाल रखने के लिए व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए हैं और प्रदर्शनकारियों को तितरबितर कर दिया गया है । कस्बे में दोपहर के समय हालात उस वक्त तनावपूर्ण हो गए जब हिन्दुआें ने सांसद सिम्हा को रिहा किए जाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया । पुलिस ने कस्बे में पहले ही एहतियात के तौर पर निषेधाज्ञा लागू कर रखी थी और निषेधाज्ञा का उल्लंघन करके शोभा यात्रा निकालने का प्रयास करने पर सिम्हा सहित अन्य को गिरफ्तार किया गया ।
इस बीच, प्रताप सिम्हा ने कहा कि हमने कानून का कोई उल्लंघन नहीं किया है ना ही हमने कस्बे में शांति भंग करने का ही कोई प्रयास किया है । यह सरकार स्थानीय पुलिस त्योहार मनाने से रोकने की कोशिश कर रही है । हनुमान जयंती के अवसर पर कस्बे में आयोजित भव्य शोभायात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से निकालना ही हमारा मकसद है । लेकिन पुलिस लोगों को रास्ते से भटकाने की कोशिश कर रही है । यह वास्तव में शर्मनाक स्थिति है । यदि किसी ने हनुुमान की प्रतिमा को छूने की कोशिश की तो परिणाम अच्छे नहीं होंगे ।
स्त्रोत : पत्रिका