Menu Close

मथुरा में हिन्दुआेंका धर्म परिवर्तन करने आए ७ ईसाई मिशनरीयों को हिन्दुत्वनिष्ठों की मदत से किया गिरफ्तार

 

सुरीर (मथुरा) : समाचारपत्र जागरण के अनुसार, यहां र्इसार्इ मिशनरीयों ने छल-छदम, लोभ-लालच से धर्म परिवर्तन करने का प्रयास करने का मामला सामने आया है । पुलिस ने इस आरोप में सात मिशनरीयों को गिरफ्तार किया है।

बता दें, सुरीर कोतवाली क्षेत्र के गांव इरौली गुर्जर में सोमवार को वाल्मीकि समाज के लोगों का धर्म परिवर्तन कराने आए सात मिशनरी को हिन्दुत्वनिष्ठों के विरोध के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनमें एक महिला भी शामिल थी, लेकिन उसका छोटा बच्चा होने के कारण ग्रामीणों की सिफारिश पर छोड दिया गया। गिरफ्तार लोगों में कोयंबटूर तक के लोग शामिल हैं !

सुरीर के गांव इरौली गुर्जर में सोमवार सुबह प्रदीप वाल्मीकि के घर देहली और कोसीकलां से करीब आधा दर्जन लोग आए। इनमें दो महिलाएं भी थीं। सभी प्रदीप के घर पर ईसामसीह की प्रार्थना करने लगे और आसपास से बुलाए लोगों को ईसाई धर्म की खूबियां बता रहे थे। उनको धर्म परिवर्तन का प्रलोभन भी दिया जा रहा था। ग्रामीणों को ईसाई साहित्य भी वितरित किया। मिशनरियों ने जब हिंदू धर्म के बारे में दुष्प्रचार करना शुरू किया, तो कुछ ग्रामीणों ने विरोध किया। सूचना पर पहुंचे हिंदू संगठनों के आधा दर्जन लोगों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर विरोध किया। इसी बीच पहुंची पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया।

पूछताछ में उन्होंने अपने नाम स्टैनली जैकब निवासी कुरियन पारापार एंबल हाउस वाघव थूर कोयंबटूर, डेविड निवासी वजीर नगर कोटला मुबारकपुर नई देहली, विजय कुमार बेहरमपुर दिगपाण्ड जिला उड़ीसा, अमित निवासी हरबेस्ट मिशन स्कूल कोसीकलां, सुमित वर्गीज और अनिता पत्नी सोनू मसीह निवासी मजोला हाथरस, दिनेश निवासी हिंडौन सिटी बताया। इंस्पेक्टर बीएन सिंह के अनुसार ग्रामीणों की तहरीर पर सभी पर धर्म परिवर्तन को प्रलोभन देने और हिंदू धर्म को अपमानित करने के आरोप में मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।

इस घटना से कुछ तथ्य सामने आते है…

आज एेसी कर्इ घटनाएं सामने आ रही है, जिसमें हिन्दुआें को नौकरी, पैसा, बिमार लागों को मुफ्त इलाज उपलब्ध कराना, बच्चों को अच्छी पढार्इ उपलब्ध कराने जैसा लालच दिखाकर हिन्दुआें का धर्मांतरण किया जा रहा है । इसके लिए कुछ मात्रा में जिम्मेदार हम हिन्दू ही है, क्योंकी हमने ही हमारे महान धर्म को समझने का कभी प्रयास ही नही किया। हिन्दू धर्म का पालन करनेवालों को ये लोग ‘पिछडापन’ कहते है आैर हम हिन्दू उनकी यह बात मानते भी है । आैर उनके जैसा मॉडर्न बनने के लिए धर्मांतरण करते है । यह रोकने हेतु हिन्दुआें को धर्मशिक्षा लेना अब अनिवार्य है, यह स्थिती बदलने हेतु हिन्दू राष्ट्र की स्थापना यही एकमात्र उपाय है । यदि यह नहीं हुआ, तो भविष्य में हिन्दूआें का अस्तित्व ही संकट में आ सकता है ।

धर्मांतरण का विरोध करने के लिए आप क्या कर सकते है ?

१. अपने शहर / गांव में यदि कोर्इ मिशनरी संस्था / धर्मांध हिन्दुआें को लालच देकर उन्हें धर्म-परिवर्तन करने के लिए कह रही हो, तो उसकी शिकायत तुरंत पुलिस में करें !

२. अपने क्षेत्र में सभी को र्इसार्इयों / धर्मांधों द्वारा हो रहे धर्मांतरण के विषय में जागृत करें ।

३. साथ ही कोर्इ भी हिन्दू धर्मांतरण की बलि ना चढें, इसके लिए प्रत्येक हिन्दू धर्मशिक्षा लें । इस विषय में विस्तृत लेख आप यहां पढ सकते है आैर उसे अपने मित्र-परिवार को शेअर भी कर सकते है : https://www.hindujagruti.org/hindi/hindu-issues/conversion

४. हिन्दू जनजागृती समिति की आेर से धर्म परिवर्तन के विषय में जागृति करने हेतु कुछ ग्रंथ प्रकाशित किए गए है । आप स्वयं इन्हें खरीद सकते है तथा अन्यों को भी यह ग्रंथ पढने हेतु बता सकते है ।

स्त्रोत : जागरण

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *