पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक ने यहां कहा कि, जमात-उद-दावा (जेयूडी) के सरगना हाफिज सईद के विरोध में मामूली सबूत होने के कारण न्यायालय को उसे छोड़ने को बाध्य होना पड़ा। मुंबई हमले के मास्टरमाइंड सईद की दोबारा गिरफ्तारी की ट्रंप सरकार की मांग के बाद अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत अजीज अहमद चौधरी ने यह बयान दिया है।
पाक राजनयिक ने भारत द्वारा आतंकी सरगना के विरोध में उपलब्ध कराए गए साक्ष्यों के संबंध में यह बयान दिया। मालूम हो कि, आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण हाफिज सईद पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। जनवरी से नजरबंद सईद को पाकिस्तान सरकार ने २४ नवंबर को रिहा कर दिया था।
बता दें कि, भारत में २६/११ का हमला करने में हाफिज सर्इद का हाथ था यह बात पहले ही सामने आ चुकी है साथ में एेसे कर्इ हमलों में हाफिज का नाम आया है एेसे में पाक के इस वक्तव्य पर एक प्रश्न उठता है कि, आैर एेसे कौनसे बडे सबूत पाक को चाहीए जिससे वो हाफिज को सजा दे ? इससे हाफिज सईद जैसे आतंकियों को पाक पनाह देता है यही समझ में आता हैं ?